Maharashtra: महाराष्ट्र में लू लगने से मौत मामले में अब शरद पवार ने कर दी ये बड़ी मांग, जानें क्या कहा?
Maharashtra Heatstroke: एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि सार्वजनिक कार्यक्रम के आयोजन की जिम्मेदारी सरकार की होती है, उन्होंने कहा कि एक सिटिंग जज से इस पूरे मामले की जांच कराई जानी चाहिए.
Maharashtra News: नवी मुंबई में 16 अप्रैल को महाराष्ट्र भूषण सम्मान समारोह के दौरान लू के कारण हुई कई लोगों की मौत का मामला ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है. महाराष्ट्र की शिंदे सरकार इस मामले को लेकर पूरी तरह से घिर गई है. संजय राउत, उद्धव ठाकरे के बाद अब एनसीपी चीफ शरद पवार ने भी इस घटना को लेकर राज्य सरकार को ही जिम्मेदार ठहराया है. शरद पवार ने कहा कि समारोह में भीड़ जुटाकर सरकार शक्ति प्रदर्शन करना चाहती थी, जिसकी कीमत कुछ निर्दोश लोगों की जान से चुकानी पड़ी.
'शक्ति प्रदर्शन करना चाहती थी सरकार, निर्दोषों की जान से चुकानी पड़ी कीमत'
शरद पवार ने कहा कि सार्वजनिक कार्यक्रम के आयोजन की जिम्मेदारी सरकार की होती है राज्य सरकार की मनसा वहां पर लोगों की भीड़ जमा कर राजकीय शक्ति प्रदर्शन करने की थी, जिसकी कीमत कुछ निर्दोष लोगों की जान से चुकानी पड़ी. उन्होंने कहा कि एक सिटिंग जज से इस पूरे मामले की जांच कराई जानी चाहिए.
कार्यक्रम में लू लगने से हो गई थी 14 लोगों की मौत
बता दें कि 16 अप्रैल को नवी मुंबई के खारघर में समाज सुधारक और सामाजिक कार्यकर्ता दत्तात्रेय नारायण धर्माधिकारी को सम्मानित करने के लिए महाराष्ट्र भूषण सम्मान समारोह आयोजित किया गया था. इस समारोह में लाखों लोगों की भीड़ जुटी थी, लेकिन लू के कारण समारोह में शामिल हुए 14 लोगों की जान चली गई, जबकि 50 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से बीमार पड़ गए जिनका अस्पताल में इलाज जारी है. एक स्वास्थ्य अधिकारी ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए कहा कि मृतकों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि हुई है कि उनकी मौत लू लगने के कारण ही हुई थी. मरने वालों में 10 महिलाएं व चार पुरुष शामिल थे. विपक्षी दलों ने एकनाथ शिंदे सरकार पर कार्यक्रम का सही तरीके से प्रबंधन न करने का आरोप लगाते हुए इन मौतों के लिए जिम्मेदार ठहराया है.
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