शरद पवार ने बुधवार (12 जून) को पुणे में किसानों से बातचीत की. उन्होंने महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पांच से छह महीने में वो इस सरकार को बदल देंगे. शरद पवार ने किसानों के मुद्दे पर कहा कि अगर सरकार हमारी नहीं सुनेगी तो हम लोगों को सड़कों पर उतरना होगा. कई मुद्दे हैं जिनका समाधान एक दिन में नहीं होगा.


इंद्रपुर में किसानों से उन्होंने कहा, "दूध की कीमतों को लेकर मौजूदा सरकार के सामने हमें अपनी बातों को रखना होगा. हमें कुछ अनुदान मिलना चाहिए. कुछ दिन पहले मेरी सिंचाई विभाग से बात हुई थी. लेकिन मैं जानता हूं कि चीजें तुरंत नहीं होने वाली हैं. मुझे 5-6 महीने दीजिए, मुझे ये सरकार बदलनी है."


लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही शरद पवार की पार्टी का कॉन्फिडेंस हाई है. उनके बयान से संकेत साफ हैं कि आने वाले विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी राज्य के किसानों के मुद्दों को प्रमुखता से उठाएगी. 


एबीपी माझा की रिपोर्ट के मुताबिक, इंद्रपुर के किसानों से शरद पवार से अपील की कि वो यहां के विधायक को बदल दें तभी उनके मुद्दों का समाधान हो सकता है. 


शरद पवार ने किसानों से कहा, "मैंने देश के कृषि क्षेत्र के लिए दस सालों तक काम किया. इस दौरान कर्जमाफी की गई." उन्होंने कहा कि आने वाले चार महीनों में विधानसभा के चुनाव होने हैं. हम किसी भी तरह से इस सरकार को बदलने जा रहे हैं. 


इससे पहले शरद पवार ने लोकसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए विधानसभा चुनावों को लेकर भी बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद विधानसभा चुनावों में भी इसी नतीजों को दोहराया जाएगा. उन्होंने कहा, "मैं राज्य की बागडोर आपके हाथों में सौंप दूंगा. राज्य की सत्ता हमारे लोगों के हाथों में आएगी और इस ताकत का इस्तेमाल महत्वपूर्ण मुद्दों के समाधान के लिए इस्तेमाल किया जाएगा."


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