कांग्रेस और उद्धव ठाकरे से शरद पवार नाराज, पार्टी नेताओं से कही बड़ी बात
Sharad Pawar News: लोकसभा चुनाव की सियासी गरमी के बीच शरद पवार ने अपनी पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक की. अभी तक उनकी पार्टी ने महाराष्ट्र में उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया है.
शरद पवार कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की पार्टी के व्यवहार से नाराज हैं. सूत्रों के मुताबिक, पार्टी नेताओं की बैठक में शरद पवार ने कहा कि महाविकास आघाड़ी के सहयोगी दल गठबंधन धर्म का पालन नहीं कर रहे हैं. शिवसेना और कांग्रेस की तरफ से अलग-अलग सीटों पर उम्मीदवार घोषित करने से पवार नाखुश हैं. बता दें कि शिवसेना ने बुधवार (27 मार्च) को महाराष्ट्र की 17 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया. शिवसेना (यूबीटी) ने महाराष्ट्र की 22 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कही है. वहीं, कांग्रेस भी कुछ सीटों पर उम्मीदवार उतार चुकी है. शरद पवार की पार्टी ने अभी तक कोई ऐलान नहीं किया है.
शिवसेना यूबीटी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत गीते को रायगढ़ और अरविंद सावंत को दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया है. पार्टी ने सभी पांचों निवर्तमान सांसदों को फिर से मैदान में उतारा है जो 2022 में संगठन के विभाजन के बाद पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ थे.
इन सांसदों में अरविंद सावंत (दक्षिण मुंबई), राजन विचारे (ठाणे), विनायक राउत (रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग), ओमराजे निंबालकर (धाराशिव) और संजय जाधव (परभणी) हैं. पार्टी के नेता संजय राउत ने बताया कि शिवसेना (यूबीटी) ने मुंबई दक्षिण-मध्य सीट से राज्यसभा सदस्य अनिल देसाई को मैदान में उतारा है. देसाई का कार्यकाल अगले माह खत्म होने जा रहा है. इसके साथ ही पार्टी ने मुंबई से चार उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है.
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महाराष्ट्र में सत्ता-साझेदारी समझौते को लेकर अविभाजित शिवसेना के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से अलग होने के बाद सावंत ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. विचारे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गृह क्षेत्र ठाणे का प्रतिनिधित्व करते हैं. शिंदे के विद्रोह के कारण, 1966 में बाल ठाकरे द्वारा स्थापित की गई शिवसेना का विभाजन हो गया था.
शिवसेना (यूबीटी) ने छत्रपति संभाजीनगर से पार्टी के दिग्गज नेता चंद्रकांत खैरे को मैदान में उतारा है. खैरे 2019 में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के उम्मीदवार इम्तियाज जलील से हार गए थे. पार्टी ने मुंबई उत्तर-पूर्व से निवर्तमान सांसद संजय पाटिल को प्रत्याशी घोषित किया है. पाटिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विधायक भी रह चुके हैं लेकिन वह बाद में शिवसेना में शामिल हो गए थे.
मुंबई उत्तर-पश्चिम से पार्टी ने शिवसेना सांसद गजानन कीर्तिकर के बेटे अमोल कीर्तिकर को उम्मीदवार बनाया. गजानन मुख्यमंत्री शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना से हैं.शिवसेना (यूबीटी) ने नरेंद्र खेडेकर को बुलढाणा से, संजय देशमुख को यवतमाल-वाशिम से, संजोग वाघेरे को मावल से, राजाभाऊ वाजे को नासिक से, भाऊसाहेब वाकचौरे को शिरडी से और नागेश पाटिल अष्टिकर को हिंगोली से अपना उम्मीदवार बनाया है. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना राज्य में महा विकास आघाडी (एमवीए) का घटक दल है. कांग्रेस ने कुछ ही सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है.
महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीट हैं. उत्तर प्रदेश (80 सीट) के बाद सबसे ज्यादा लोकसभा सीट वाला राज्य महाराष्ट्र ही है. राज्य में 19 अप्रैल से पांच चरणों में मतदान होगा. राउत ने कहा, ‘‘ शिवसेना कुल सीट में से 22 पर चुनाव लड़ेगी. अन्य पांच सीट के लिए उम्मीदवारों की घोषणा अगले दो दिन में की जाएगी. पालघर, कल्याण, डोम्बिवली, मुंबई -उत्तर, जलगांव और हातकणंगले सीट के लिए उम्मीदवारों के नाम तय किए जा चुके हैं.’’ उन्होंने बताया कि स्वाभिमानी शेतकारी संघटना के राजू शेट्टी शिवसेना (यूबीटी) के समर्थन में हातकणंगले सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं. साल 2019 के चुनाव में इस सीट पर अविभाजित शिवसेना ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने बताया कि पार्टी निर्णय लेगी कि वह हातकणंगले सीट से अपना उम्मीदवार उतारेगी या फिर शेट्टी का समर्थन करेगी.