Maharashtra News: महाराष्ट्र विधानसभा में नवनियुक्त नेता प्रतिपक्ष जितेंद्र आव्हाड (Jitendra Awhad) ने रविवार को कहा कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) का समर्थन कर रहे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के विधायकों की संख्या उस वक्त स्पष्ट होगी, जब पार्टी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) विधायकों से 'बात करना' शुरू करेंगे.
'कुछ दिन में 46 तक पहुंच सकती है संख्या'
निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष अजित पवार के रविवार को एकनाथ शिंदे सरकार में उपमुख्यमंत्री के तौर पर शामिल होने के बाद इस पद (नेता प्रतिपक्ष) पर नियुक्त किए गए आव्हाड ने यह भी कहा कि कई विधायकों के परिवार के सदस्यों ने आज के घटनाक्रम पर अपना विरोध जताने के लिए पार्टी नेताओं को फोन किया है. अजित पवार के एक करीबी सहयोगी ने दावा किया कि उपमुख्यमंत्री को NCP के 53 में से 36 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, और कुछ दिनों में यह संख्या बढ़कर 46 तक पहुंच सकती है. इस तरह के दावों के बारे में पूछे जाने पर, आव्हाड ने कहा, 'जब तक शरद पवार अपने विधायकों को फोन करना शुरू नहीं कर देते, तब तक इंतजार करें.'
'लोग जानते हैं असल में यहां क्या हो रहा है'
ठाणे जिले के मुमरा-कलवा से विधायक आव्हाड ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने (शिंदे ने) महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार में अजित पवार की भूमिका की नियमित रूप से आलोचना की थी, लेकिन अब उनसे हाथ मिला रहे हैं. आव्हाड ने कहा, 'शिंदे ने यह शिकायत करते हुए बगावत की है वित्त मंत्री के रूप में अजित पवार ने (एमवीए नियम के तहत) शिवसेना विधायकों को पर्याप्त धनराशि नहीं दी. अब शिंदे, अजित पवार से हाथ मिला रहे हैं. लोग जानते हैं कि असल में यहां हो क्या रहा है.'
'मेरे व्हिप का पालन करेंगे सभी विधायक'
इससे पहले, आव्हाड ने कहा कि NCP की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने उन्हें पार्टी का मुख्य सचेतक (चीफ व्हीप) और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया है. NCP में टूट के बाद दलबदल और अयोग्यता संबंधी पहलुओं का जिक्र करते हुए आव्हाड ने कहा, 'सभी विधायकों को मेरे व्हिप का पालन करना होगा.'
'ED-CBI की कोई जरूरत नहीं थी'
NCP के कुछ नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की जांच और इनके (इन नेताओं के) पाला बदलने में इसकी भूमिका के बारे में पूछे जाने पर आव्हाड ने कहा, 'मुझे इन नेताओं के राज्य सरकार में शामिल होने के फैसले के पीछे कोई अन्य कारण नहीं दिखता. ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं थी.' आव्हाड ने कहा, 'इन नेताओं को यह नहीं भूलना चाहिए कि पार्टी ने पिछले 25 वर्षों में उन्हें मंत्री बनाया है. अब, वे अपने नेता (83 वर्षीय शरद पवार) को छोड़ कर जा रहे हैं.'
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