क्रेंद सरकार ने एनसीपी (एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार की सुरक्षा में इजाफा कर दिया है. अधिकारियों ने बताया कि अब केंद्र ने भी उन्हें जेड प्लस सिक्योरिटी दी है. शरद पवार को अभी राज्य सरकार की तरफ से जेड प्लस सिक्योरिटी कवर है. राज्य में घटनाक्रम और चुनावी माहौल देखते हुए केंद्र सरकार ने सुरक्षा का सुझाव दिया था जिसे शरद पवार ने स्वीकार कर लिया है. सुरक्षा बढ़ने के बाद अब सीआरएफ़ के 10 जवान क़ाफ़िले में रहेंगे.


कुछ दिनों पहले हुई थी शरद पवार के सुरक्षा की समीक्षा


कुछ दिनों पहले केंद्रीय एजेंसी की तरफ़ से शरद पवार की सुरक्षा की समीक्षा की गई थी. शरद पवार से उनकी दिनचर्या और कामकाज के ठिकाने जैसे विषयों पर बाद हुई थी.


महाराष्ट्र में होने हैं विधानसभा चुनाव


महाराष्ट्र में विधानसभा के चुनाव होने हैं. अभी तक चुनावों की घोषणा तो नहीं हुई है. लेकिन अक्टूबर-नवंबर में यहां चुनाव कराए जा सकते हैं. 4 अक्टूबर को हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के नतीजे घोषित किए जाएंगे. इसके बाद महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होंगे.


सरकार कैसे तय करती है सुरक्षा कवर?


देश में वीवीआईपी लोगों को केंद्र और राज्य सरकार सुरक्षा देती है. ये सुरक्षा खतरे के लेवल को देखते हुए तय किया जाता है. सरकार वीवीआईपी की सुरक्षा का आकलन करती है और फैसला लेती है. देश में बड़े नेताओं, जज, खिलाड़ियों और अभिनेताओं जैसे वीवीआईपी को सुरक्षा प्रदान की जाती है.


क्या है जेड प्लस सिक्योरिटी?


जेड प्लस भारत की सर्वोच्च सुरक्षा केटेगरी है. इस सुरक्षा कवर में सीआरपीएफ के दस जवान, एनसजी कमांडो और पुलिसकर्मी शामिल होते हैं. इसमें कुल 55 सुरक्षाकर्मी होते हैं. इस कवर में शामिल कमांडो मार्शल आर्ट जैसी कला से ट्रेन होते हैं.


जेड प्लस सिक्योरिटी कवर में तैनात जवानों के पास मॉर्डन हथियार होते हैं. प्रधानमंत्री और राज्यों के सीएम जैसे वीवीआईपी को ये सुरक्षा मिली हुई है.


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