Sheena Bora Murder Case: सीबीआई ने कोर्ट में माना कि शीना बोरा की जली हुई हड्डियों के अवशेष नहीं मिल सके. बॉम्बे सेशन कोर्ट में सुनवाई के दौरान सीबीआई गवाह पेश नहीं कर पाई. सीबीआई कंकाल में से कुछ हड्डियां कोर्ट में पेश करने वाली थी. इन्हीं हड्डियों के आधार पर जे जे अस्पताल के एनाटॉमी विभाग के सहायक प्रोफेसर गवाह बनने जा रहे थे, क्योंकि मिले हुए बोन पार्ट की इन्हीं के सामने जांच हुई थी. लेकिन शीना के हड्डियों के अवशेष गायब होने की वजह से उनकी भी गवाही नहीं हो सकी.


हड्डियां नहीं मिलने के कारण, अब तक इस मामले की  तीन बार सुनवाई टल चुकी है. अब इस मामले की सुनवाई 27 जून तक के लिए स्थगित कर दी गई है. इस बीच मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की ओर से कोर्ट से इस सुनवाई को जल्द खत्म करने की गुहार लगाई गई है. अब इस मामले में यह सवाल खड़ा हो गया है की शीना बोरा की जो हड्डियों के अवशेष मिले थे वह आखिर सीबीआई को क्यों नहीं मिल पा रहे.


शीना बोरा की कब और किसने की थी हत्या?


अदालत वर्तमान में फोरेंसिक विशेषज्ञ की गवाही दर्ज कर रही है, जिन्होंने सबसे पहले 2012 में पेन पुलिस द्वारा उस स्थान से बरामद हड्डियों की जांच की थी, जहां शीना बोरा का जला हुआ शव दफनाया गया था. इंद्राणी मुखर्जी अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी हैं. पुलिस के अनुसार, 24 वर्षीय शीना बोरा की कथित तौर पर अप्रैल 2012 में हत्या कर दी गई थी, जबकि हत्या का खुलासा साल 2015 में हुआ था.


साल 1986 में इंद्राणी की मुलाकात सिद्धार्थ दास से हुई थी जिसके बाद बेटी शीना बोरा का जन्म हुआ था. बाद में वो कोलकाता चली गई थीं, जहां पर उसकी मुलाकात संजीव खन्ना नाम के शख्स से हुई और 1993 में शादी कर ली. जिसके बाद एक बेटी का जन्म हुआ. 2002 में इंद्राणी की पीटर मुखर्जी नाम के शख्स से मुलाकात हुई. बाद में दोनों ने शादी कर ली. 


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