प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु स्थित ISRO के कमांड सेंटर में एलान किया कि जिस जगह चंद्रयान 3 का लैंडर उतरा है, वहां का नाम शिवशक्ति होगा. अब इस पर शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) ने आपत्ति जताई है. शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि इस जगह का नाम विक्रम सारा भाई के नाम पर होना चाहिए था. उन्होंने कहा कि हम भी हिन्दुत्व के पैरोकार हैं लेकिन साइंस के ऊपर किसी धर्म का आचरण ठीक नहीं है.


उन्होंने कहा- और भाजपा कर भी क्या सकती है. मेरे हिसाब से उस स्थान का नाम विक्रम साराभाई के नाम पर होना चाहिए था. आज साराभाई और नेहरू जैसों के कारण हम चांद पर पहुंचे हैं.


शिवसेना नेता ने कहा कि विक्रम साराभाई को भारत रत्न देना चाहिए. लेकिन भाजपा को हर चीज में हिन्दुत्व करना है.  हम भी हिन्दुत्व के मुरीद हैं लेकिन कुछ चीजें धर्म से उपर होती हैं.  साइंस के उपर किसी धर्म का आचरण ठीक नहीं है. 


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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को घोषणा की कि चंद्रमा पर चंद्रयान-3 के लैंडिंग स्थल का नाम ‘शिवशक्ति’ पॉइंट रखा जाएगा .इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चंद्रमा की सतह पर जिस स्थान पर चंद्रयान-2 ने 2019 में अपने पदचिह्न छोड़े थे, उसे ‘तिरंगा’ पॉइंट के नाम से जाना जाएगा.


उन्होंने कहा, 'टचडाउन के स्थान (लैंडिंग स्थल) का नामकरण करने की एक वैज्ञानिक परंपरा है. भारत ने उस चंद्र क्षेत्र का नाम रखने का निर्णय लिया है जहां हमारा चंद्रयान-3 उतरा है. जिस स्थान पर विक्रम लैंडर उतरा है उसे ‘शिवशक्ति’ पॉइंट के रूप में जाना जाएगा.'


प्रधानमंत्री ने यहां स्थित ‘इसरो टेलीमेट्री ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क’ (आईएसटीआरएसी) में वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘शिव में मानवता के कल्याण का संकल्प है और शक्ति हमें उन संकल्पों को पूरा करने की शक्ति देती है. चंद्रमा का यह शिवशक्ति बिंदु हिमालय से लेकर कन्याकुमारी तक के संबंध का भी बोध कराता है.’