Maharashtra Shiv Sena: आज शिवसेना की 57वीं सालगिरह है. सेना के इतिहास में पहली बार दो वर्षगांठ मनाई जाएगी. शिंदे की शिवसेना ने मुंबई के नेस्को सेंटर में भव्य रैली का आयोजन किया है, जबकि ठाकरे समूह की रैली शनमुखानंद हॉल में होगी. दोनों कार्यक्रमों में प्रदेशभर से पदाधिकारी और शिवसैनिक मौजूद रहेंगे. शिवसेना के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले दोनों धड़े सोमवार को यहां अलग-अलग समारोहों में पार्टी का स्थापना दिवस मनाएंगे.


कब बना था शिवसेना?
एबीपी माझा के अनुसार, राजनीतिक कार्टूनिस्ट के रूप में कॅरियर शुरू करने वाले बाल ठाकरे ने 19 जून, 1966 को शिवसेना की स्थापना की थी और उन्होंने ‘मराठी मानुष’ को अपनी राजनीति का आधार बनाया था. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव तथा मुंबई में काफी समय से लंबित नगर निगम चुनाव से पहले शिवसेना के दोनों ही धड़े दिवंगत बाल ठाकरे की विरासत के ‘‘असल उत्तराधिकारी’’ होने का दावा कर रहे हैं.


शिंदे और 39 अन्य शिवसेना विधायकों के महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री ठाकरे के खिलाफ विद्रोह करने के बाद पिछले साल जून में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की महा विकास आघाड़ी सरकार गिर गई थी. इसके बाद शिंदे बीजेपी के सहयोग से मुख्यमंत्री बने और भारत निर्वाचन आयोग ने उनके धड़े को मूल पार्टी का नाम और ‘धनुष-बाण’ चुनाव चिह्न आवंटित किया, जबकि ठाकरे के धड़े को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नाम दिया गया.


शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना उत्तर पश्चिमी मुंबई में गोरेगांव के नेस्को मैदान में कार्यक्रम का आयोजन करेगी, जबकि शिवसेना (यूबीटी) मध्य मुंबई में सायन के शणमुखानंद हॉल में अपना कार्यक्रम करेगी. मुख्यमंत्री शिंदे के पुत्र एवं शिवसेना के सांसद श्रीकांत शिंदे ने पिछले सप्ताह कहा था कि स्थापना दिवस कार्यक्रम में पूरे महाराष्ट्र से पार्टी कार्यकर्ता आएंगे. शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने दावा किया है कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाला गुट ही असली शिवसेना है.


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