Maharashtra: BMC के नोटिस को लेकर बोले नारायण राणे, 'शिव सेना के हाथ में है BMC, इसलिए आया नोटिस'
Maharashtra: केंद्रीय मंत्री को हाल ही में बीएमसी ने एक नोटिस जारी किया था. बीएमसी द्वारा जारी नोटिस को लेकर केंद्री मंत्री नारायण राणे की प्रतिक्रिया सामने आई है.
Maharashtra: केंद्रीय मंत्री को हाल ही में बीएमसी ने एक नोटिस जारी किया था. बीएमसी द्वारा जारी नोटिस को लेकर केंद्री मंत्री नारायण राणे की प्रतिक्रिया सामने आई है. यहां बता दें कि नारायण राणे का यह बंगला मुंबई रे पॉश इलाके जुहू में स्थित है, इसी बंगले के निरीक्षण एवं परिसर के मापन के लिए नोटिस जारी किया गया है. राणे ने इसे लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि उनकी बंगले में एक इंच का भी हेरफेर नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा, ''मेरे परिवार के आठ सदस्य यहां रहते हैं और यहां कोई व्यावसायिक गतिविधि नहीं होती है. लेकिन शिवसेना ने बीएमसी से शिकायत की, उनके हाथ में है बीएमसी.''
उन्होंने आगे कहा, ''मैं उस दिन दिल्ली में था जब मुझे पता चला कि बीएमसी ने मुझे मेरे घर पर नोटिस जारी किया है. 1991 के विकास नियंत्रण विनियमों के अनुसार 17 सितंबर 2009 को इस घर को एक प्रसिद्ध वास्तुकार द्वारा पूरा किया गया था. एक इंच भी इमारत का इस्तेमाल किसी अवैध काम के लिए नहीं हुआ है.''
I was in Delhi y'day when I came to know that BMC has issued me a notice, over my house. This house was completed by a famous architect on 17th Sept 2009 as per 1991 Development Control Regulations. Not even one inch of building used for anything illegal: Union Min Narayan Rane pic.twitter.com/37g1DdtdYG
— ANI (@ANI) February 19, 2022
BMC ने नोटिस में लगाए थे ये आरोप
बीएमसी ने ‘आदिश’ नामक बंगले को लेकर नोटिस जारी किया है. बृहस्पतिवार को बीएमसी के असिसटेंड इंजिनियर (भवन एवं फैक्टरियां) ने बंगले के मालिक को नोटिस जारी किया. वैसे तो नोटिस पर किसी का नाम नहीं है लेकिन बीएमसी सूत्रों ने कहा कि अवैध निर्माण की शिकायतों के सत्यापन के लिए महानगर पालिका ऐसा नोटिस जारी करती है.
नोटिस में कहा गया है कि बीएमसी अधिकारी ‘‘सहायकों या कर्मियों के साथ 18 फरवरी को या उसके बाद किसी दिन जुहू के सीटीएस नं 997 और 997 ए पर स्थित आदिश बंगाला परिसर में पहुंचेंगे.’’ सूत्रों के अनुसार इस बीच, शिवसेना द्वारा शासित बीएमसी की एक टीम शुक्रवार शाम को मौके पर गयी थी लेकिन बिना किसी कार्रवाई के वह लौट आयी क्योंकि राणे परिवार का कोई सदस्य बंगले पर मौजूद नहीं था.
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