Maharashtra Assembly Election Result 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी-नेतृत्व वाली महायुति की प्रचंड जीत के पीछे शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) की भूमिका निर्णायक रही. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की ब्रांड इमेज को न केवल सुदृढ़ किया गया, बल्कि 'लाडकी बहिन योजना' जैसी जन-हितैषी योजनाओं ने भी उनकी राजनीतिक पकड़ को मजबूत किया.
इस परिवर्तन में शोटाइम टाइम कंसल्टेंसी की रणनीतिक सलाहकार रोबिन शर्मा और अनंत तिवारी भूमिका ने अहम योगदान दिया. हम जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर शोटाइम टाइम कंसल्टेंसी की रणनीति क्या रही? कैसे एकनाथ शिंदे की जनता में पकड़ और मजबूत हुई.
ब्रांड इमेज मेें सुधार
Show टाइम ने एकनाथ शिंदे की छवि को 'जनता के मुख्यमंत्री' के रूप में प्रस्तुत किया. उनकी जमीनी कार्यशैली, किसान और महिला कल्याण के प्रति समर्पण, और व्यक्तिगत रूप से लोगों से जुड़ने की क्षमता को प्रमुखता दी गई.
लाडकी बहिन योजना का प्रभाव
महाराष्ट्र में 'लाडकी बहिन योजना' को STC ने रणनीतिक रूप से ब्रांड किया. इस योजना में महिलाओं को वित्तीय सशक्तिकरण और रोजगार के अवसर देने पर जोर दिया गया. यह योजना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में महिलाओं के बीच लोकप्रिय हुई, जिससे शिवसेना (शिंदे गुट) को बड़ा समर्थन मिला.
सोशल मीडिया और जनसंपर्क अभियान
एसटीसी ने डिजिटल और जमीनी स्तर पर प्रचार अभियान को गति दी. सोशल मीडिया पर एकनाथ शिंदे की उपलब्धियों और योजनाओं को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया.
गठबंधन में संतुलन बनाए रखना
कंसल्टेंसी ने शिवसेना (शिंदे गुट) की बीजेपी और एनसीपी (अजित पवार गुट) के साथ बेहतर समन्वय सुनिश्चित किया. यह न केवल गठबंधन की स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण था, बल्कि शिंदे की नेतृत्व क्षमता को भी मजबूत करने में सहायक हुआ.
लाडकी बहिन योजना: महिला वोटरों पर प्रभाव
- इस योजना ने महिलाओं को सीधे आर्थिक लाभ और सशक्तिकरण का आश्वासन दिया.
- योजना के तहत महिलाओं को छोटे व्यवसाय शुरू करने के लिए सहायता प्रदान की गई.
- ग्रामीण क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण के लिए स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा दिया गया.
एकनाथ शिंदे का जनता के नेता के रूप में उभरना
STC की रणनीति ने एकनाथ शिंदे को सिर्फ एक नेता के रूप में नहीं, बल्कि एक संवेदनशील और जमीनी मुख्यमंत्री के रूप में स्थापित किया. उनका किसानों के लिए एमएसपी बढ़ाने और मराठा व अनुसूचित जाति समुदायों तक पहुंचने का प्रयास सफल रहा.
STC कंसल्टेंसी से जुड़े इसके डायरेक्टर अनंत तिवारी ने कहा, ''रणनीतियों ने न केवल एकनाथ शिंदे की ब्रांड इमेज को मजबूत किया, बल्कि शिवसेना (शिंदे गुट) की जमीनी पकड़ को भी व्यापक बनाया. 'लाडकी बहिन योजना' और किसान कल्याण जैसे मुद्दों पर फोकस ने उन्हें राज्य में एक मजबूत नेता के रूप में स्थापित किया. इसने महायुति की सफलता में शिवसेना (शिंदे गुट) की भूमिका को और भी प्रभावशाली बना दिया.''
ये भी पढ़ें: हार के बाद अजित पवार पर भड़के BJP नेता राम शिंदे, लगाया ये आरोप