Maharashtra Assembly Elections: महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (MVA) के बाद अब महायुति (Mahayuti) में भी ज्यादा से ज्यादा मुस्लिम उम्मीदवारों को मौका देने की मांग उठी है. शिवसेना के नेता अल्ताफ पेवेकर (अंधेरी- पश्चिम/वर्सोवा विधानसभा प्रमुख) ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर विधानसभा में ज्यादा मुस्लिम चेहरे को मौका देने की मांग की है.
ऐसा माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में मुस्लिम मतदाताओं के महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवारों के पक्ष में एकतरफा वोट करने से महायुति को काफी नुकसान झेलना पड़ा था इसीलिए अब महाविकास आघाड़ी के साथ साथ महायुति में भी मुस्लिम मतदाताओं और उम्मीदवारों को तवज्जो देने की मांग उठ रही है.
मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देने की मांग
महायुति में ना सिर्फ शिंदे गुट के नेता मुस्लिम उम्मीदवारों को ज्यादा से ज्यादा टिकट देने की मांग की है बल्कि महायुति में शामिल अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी भी अपने कोटे की कुल 10 प्रतिशत सीटें देने पर विचार कर रही है.
अल्ताफ पेवेकर की मांग पर शिवसेना ने क्या कहा?
शिवसेना नेता और प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने कहा, ''पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं और नेताओ को ये उम्मीद रहती है कि उन्हें टिकट दिया जाए लेकिन चुनाव में टिकट किसे देना है या किसे नहीं देना है, ये गठबंधन का शीर्ष नेतृत्व तय करेगा.''
अल्ताफ पेवेकर की मांग पर कांग्रेस का तंज
शिवसेना नेता अल्ताफ पेवेकर की मांग पर कांग्रेस नेता असलम शेख ने तंज कसते हुए कहा, ''अल्ताफ जो मांग कर रहे हैं, मुख्यमंत्री चाह कर भी उनकी मांग को पूरा नहीं कर पाएंगे क्योंकि उनका गठबंधन जिस पार्टी के साथ है वो अल्पसंख्यक विरोधी है.'' बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद हुसैन दलवई ने MVA नेताओं से राज्य में कम से कम 24 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देने की मांग की.
AIMIM नेता वारिस पठान ने क्या कहा?
उधर, AIMIM नेता वारिस पठान ने कहा, ''कोई मुख्यमंत्री को लेटर लिखे ये कुछ और करे. मुसलमानों को टिकट कोई देनेवाला नहीं है. महायुति हो या महाविकास आघाड़ी हो सभी को सिर्फ मुसलमानों को वोट चाहिए. मुसलमानों के एम्पावरमेंट के बारे में कोई नहीं सोचता है. एकनाथ शिंदे उन लोगों के साथ मंच साझा करते हैं, जो पैगम्बर मोहम्मद को लेकर विवादित बयान देते हैं.''
ये भी पढ़ें:
मिनटों में बिक गए Coldplay कन्सर्ट के टिकट, कालाबाजारी का शक, CM शिंदे सरकार उठाएगी अब यह कदम