'CM एकनाथ शिंदे के रहते कोई ताकत नहीं जो...', संजय निरुपम का कांग्रेस पर बड़ा हमला
Maharashtra Politics: संजय निरुपम ने कहा है कि कांग्रेस से महिलाओं की खुशी देखी नहीं जा रही है. मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना के खिलाफ पहले वे कोर्ट में गए थे. कोर्ट ने उन्हें डांटकर भगा दिया था.
Maharashtra Politics News: महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना को लेकर शिवसेना नेता संजय निरुपम ने कांग्रेस पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि आखिर कांग्रेस ने अपनी गुप्त इच्छा जाहिर कर दी. कांग्रस के नागपुरी नेता सुनील केदार ने कहा है कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो महाराष्ट्र की लड़की बहिन योजना बंद कर देंगे. इस योजना से महाराष्ट्र की ढाई से तीन करोड़ महिलाओं को प्रति माह 1500 रुपये मिल रहे हैं.
संजय निरुपम ने आगे कहा, "कांग्रेस से महिलाओं की खुशी देखी नहीं जा रही है. इस योजना के खिलाफ पहले वे कोर्ट में गए थे. कोर्ट ने उन्हें डांटकर भगा दिया था. अब महाराष्ट्र की बहनों के खिलाफ यह नया षड्यंत्र. कांग्रेस को हम बता देना चाहते हैं कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ राव शिंदे जैसे लाडका भाऊ के रहते लाडली बहनों की इस योजना को दुनिया की कोई ताकत बंद नहीं कर सकती. ये लाडली बहनें ही कांग्रेस के तंबू में आग लगाएंगी."
उद्धव ठाकरे पर भी संजय निरुपम ने साधा था निशाना
इससे पहले संजय निरुपम ने शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री वाले बयान पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद की रेस से बाहर किया गया है. संजय निरुपम ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे का मुख्यमंत्री बनने का जो सपना था, वह अब चकनाचूर हो गया है. उनके कहने का मतलब यह है कि वह मुख्यमंत्री पद की रेस से बाहर हो गए हैं, लेकिन सच्चाई तो यह है कि उन्हें सीएम पद की रेस से बाहर निकाला गया है और इसके पीछे उनके सहयोगी दल कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार) के नेताओं का हाथ है.
संजय निरुपम ने उद्धव ठाकरे के दिल्ली दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि आपने बीते दिनों देखा होगा कि उद्धव ठाकरे पूरे दल-बल के साथ दिल्ली गए थे. यहां उन्होंने कांग्रेस नेताओं से मुलाकात कर उनसे गुजारिश की थी कि उनके नाम को मुख्यमंत्री पद के रूप में घोषित किया जाए. लेकिन, कांग्रेस ने साफ तौर पर मना कर दिया. शरद पवार ने भी साफ किया कि वह सीएम पद के लिए किसी नाम की घोषणा नहीं करेंगे. चुनाव के बाद जो नतीजे आएंगे, उसके आधार पर फैसला लिया जाएगा.