Maharashtra में राष्ट्रपति शासन लगाने की बीजेपी की मांग पर संजय राउत का पलटवार, यूपी को लेकर कह दी ये बात
महाराष्ट्र में सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है. शिवसेना नेता संजय राउत ने बीजेपी के महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग पर पलटवार करते हुए कहा है कि यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए.
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र (Maharashtra) में राष्ट्रपति शासन लगाने की भाजपा नेताओं की मांग पर पलटवार करते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने सोमवार को कहा कि अगर यहां राष्ट्रपति शासन लगाया जाता है तो उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भी राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए, जहां पिछले तीन महीनों में 17 बलात्कार की घटनाएं हुई हैं.
कानून-व्यवस्था को लेकर कोई समस्या है तो मुख्यमंत्री से मिलें
राउत ने कहा कि, "भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में सात बार अधिकारियों से समान मुद्दों को लेकर मिला. किसी की ठुड्डी पर एक छोटा सा कट लगा. वे राष्ट्रपति शासन की मांग करने के लिए दिल्ली गए हैं. यदि आपको कानून-व्यवस्था के बारे में कोई समस्या है, तो मुख्यमंत्री से मिलें या राज्य के गृह मंत्री से,” उन्होंने कहा, "पिछले तीन महीनों में यूपी में 17 रेप हुए हैं, उन्हें इस बारे में केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी सूचित करना चाहिए. अगर उन्हें राष्ट्रपति शासन लगाना है, तो इसे यूपी और महाराष्ट्र में एक साथ लगाया जाना चाहिए. इसे लागू करें, हमें धमकी नहीं दो...यह महाराष्ट्र को बदनाम करने की साजिश है." गौरतलब है कि केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला से बीजेपी नेता किरीट सेमैया की मुलाकात को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत ने हमला बोला है.
वहीं मुंबई के पुलिस आयुक्त संजय पांडे के बचाव में राउत ने कहा, "वह एक सक्षम अधिकारी हैं, एक स्वतंत्र और ईमानदार अधिकारी हैं. उन्हें ऐसे अधिकारियों के खिलाफ आरोप नहीं लगाने चाहिए."
हनुमान चालीसा विवाद को लेकर शिवसेना ने बीजेपी पर निशाना साधा
वहीं हनुमान चालीसा विवाद को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र सामना में कहा कि हिंदुत्व एक परंपरा और संस्कृति है, हंगामा नहीं. इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कक्ष के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया जाना चाहिए.
ये भी पढ़ें