Sanjay Raut Meet Sharad Pawar: शिवसेना नेता संजय राउत ने गुरुवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार से उनके आवास पर मुलाकात की. राउत ने इस मुलाकात के बाद मीडिया से कोई बात नहीं की. माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच महाराष्ट्र के मौजूदा सियासी हालात पर चर्चा हुई. संजय राउत अपने बयानों को लेकर शिवसेना के बागी विधायकों के निशाने पर रहे हैं. शिवसेना के बागी विधायकों ने राज्यसभा सांसद राउत पर अपनी पार्टी के नेताओं की बजाए एनसीपी अध्यक्ष के अधिक करीब होने का आरोप लगाया है.
गौरतलब है कि शरद पवार और संजय राउत ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के गठन में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना विधायकों के एक समूह की बगावत के कारण 29 जून को एमवीए सरकार गिर गयी थी. इस गठबंधन में शिवसेना के अलावा एनसीपी और कांग्रेस भी शामिल थे. एकनाथ शिंदे ने पिछले बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी.
बागी नेताओं ने संजय राउत पर लगाए आरोप
एकनाथ शिंदे के साथ आने के बाद शिवसेना के विधायकों का आरोप-प्रत्यारोप जारी है. शिवसेना के बागी विधायकों ने सांसद संजय राउत पर निशाना साधा है. संदीपन भुमारे ने कहा था कि राउत महिला विधायकों को लेकर गलत शब्दों का इस्तेमाल करते हैं. इसके बाद अब शंभूराज देसाई ने राउत पर नए आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि संजय राउत के कारण शिवसेना का विभाजन हुआ. इसके साथ ही शंभूराज देसाई ने शरद पवार के राज्य में दोबारा से चुनाव होने वाले बयान पर कहा शरद पवार की भविष्यवाणी कभी सच नहीं होती. मैंने कई बार इसका अनुभव किया है, उन्होंने यह भी कहा था कि महाविकास अघाड़ी 25 साल तक चलेगी ऐसा नहीं हुआ.