Maharashtra News: महाराष्ट्र में शिवसेना नेता शाइना एनसी ने सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत के जनसंख्या को लेकर दिए गए बयान, विपक्ष द्वारा ईवीएम पर उठाए जा रहे सवाल और महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी. महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की नाराजगी को लेकर बीजेपी नेता ने कहा, वह बिना शर्त के बिल्कुल स्पष्ट कह चुके हैं कि उनका महायुति को समर्थन है. उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए लोगों के लिए पूरे ढाई साल काम किया है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि वह महायुति को समर्थन नहीं करेंगे. महायुति को उनका पूरा समर्थन है.


मतदाता हार या जीत तय करता है
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ईवीएम टेंपरिंग के विपक्ष के आरोप पर शिवसेना नेता ने कहा, "यह हो ही नहीं सकता है. एक्सपर्ट ने इसको नकारा है. मतदान शुरू होने से पहले एक मॉक पोल होता है, जिसमें एक हजार वोट डाले जाते हैं. इस दौरान सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद होते हैं. इस दौरान वोटिंग पैटर्न और एक्यूरेसी देखी जाती है. ऐसे में किसी के पक्ष में प्री-प्रोग्राम हो ही नहीं सकता है. जो लोग इनसाइडर टेंपरिंग की बात करते हैं, उनको समझना चाहिए कि ईवीएम स्ट्रांग रूम में रहता है. उस पर 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जाती है. कोई वाई-फाई और ब्लूटूथ नहीं, तो ऐसे में हैकिंग का सवाल ही नहीं उठता है. मतदाता हार और जीत तय करते हैं, अगर कोई इसको स्वीकार करेगा तो ही आगे बढ़ सकता है."


मोहन भागवत के बयान का समर्थन
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा आबादी को लेकर दिए गए बयान पर उन्होंने कहा, "मोहन भागवत ने यह कहा है कि अगर एक परिवार में तीन बच्चे करेंगे, तो जनसंख्या के संकट को दूर किया जा सकता है. वो डेमोग्राफी साइंस के आधार पर यह बात बोल रहे हैं. विपक्ष के लोग इस पर अपनी तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं. हमें राष्ट्र को शिक्षित, सुरक्षित और आत्मनिर्भर रखना है, इसको लेकर उन्होंने तीन बच्चों की बात की है, जो गलत नहीं है."


यह भी पढ़ें- बैलेट पेपर और EVM के आंकड़ों में अंतर कैसे? शिवसेना UTB ने चुनाव आयोग से पूछे सवाल