Shiv Sena MLAs Disqualification Verdict: शिवसेना में दो गुटों के बाद अयोग्यता को लेकर विधानसभा अध्यक्ष नार्वेकर आज (10 जनवरी 2024) अंतिम फैसला सुनाने वाले हैं. नतीजे के बारे में बात करते हुए भंडारा से शिंदे गुट के निर्दलीय विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने कहा कि सरकार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा. हालांकि, फैसला खिलाफ होने पर भी उच्च न्यायालय में अपील की जा सकती है. भंडारा विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने विपक्ष को सलाह दी है कि उन्हें थोड़ा इंतजार करना चाहिए और नतीजे का इंतजार करना चाहिए.
संजय राउत के बयान पर पलटवार?
ABP माझा के अनुसार, शिवसेना नेता सांसद संजय राउत ने दावा किया कि विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के फैसले के बाद मुख्यमंत्री शिंदे को अयोग्य ठहराया जाएगा और राज्य का मुख्यमंत्री बदला जाएगा. इस पर बोलते हुए विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने कहा, मुख्यमंत्री कैसे बदलेंगे? दो चीजें हैं. एक सकारात्मक और एक नकारात्मक. मान लीजिए फैसला सरकार के खिलाफ आता है तो सरकार भी कोर्ट जाएगी. अगर सरकार के समर्थन में दिया गया है तो सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है.
चूंकि उनके (विरोधियों) पास खुले रास्ते हैं, उनके पास न्याय मांगने का भी अधिकार है, इसलिए उनके पास भी न्याय मांगने का अधिकार है. लेकिन इस वजह से, मुझे लगता है कि अगर हम इतनी देर तक इंतजार करते हैं, तो हमें दो से चार दिन और इंतजार करना चाहिए. यह एक न्यायिक मामला है. विधानसभा अध्यक्ष ने जो भी निर्णय लिया है, इस न्यायिक मामले में हमारी जल्दबाजी में उनकी आलोचना करना न्यायिक देवता के साथ हस्तक्षेप करने जैसा है. ऐसा शिंदे गुट के विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने कहा.
यदि परिणाम नकारात्मक है, तो हमें न्याय मांगने का भी अधिकार है. अगर विपक्ष कहता है कि हम कोर्ट जाएंगे तो हम भी कोर्ट जा सकते हैं. सरकार को नतीजे से कोई फर्क नहीं पड़ता. जो हो रहा है वह सिर्फ दबाव बनाना है, और कुछ नहीं.' अगर 210 में से 16 भी अयोग्य घोषित हो जाएं तो भी सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ता. शिंदे गुट के विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने उम्मीद जताई है कि अगर उन्हें अयोग्य करार दिया जाता है तो भी वह कोर्ट में अपील कर सकते हैं.
विधायक भोंडेकर शुरुआत से ही शिंदे के साथ
भंडारा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले निर्दलीय विधायक नरेंद्र भोंडेकर शुरू से ही शिंदे गुट में शामिल हो गए. खास बात यह है कि जब शिंदे गुट के सभी विधायक शिवसेना में बगावत के बाद सूरत होते हुए गुवाहाटी चले गए थे तो विधायक भोंडेकर का जन्मदिन काफी धूमधाम से मनाया गया था.
ये भी पढ़ें: I.N.D.I.A गठबंधन में सीट शेयरिंग की बैठक से निकले जितेंद्र आव्हाड, कहा- 'अभी फैसला...'