Shiv Sena MLAs Disqualification Verdict: विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर (Rahul Narwekar) के बहुप्रतीक्षित फैसले के बाद सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) समेत उनके गुट के 16 विधायकों की कुर्सी बच गई है जिनके खिलाफ उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) गुट ने याचिका डाली थी. अब इस राजनीतिक घटनाक्रम पर प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं. केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने इस फैसले का स्वागत करते हुए दावा किया कि इससे 2024 लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन को फायदा होगा.
रामदास अठावले ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ''एकनाथ शिंदे जी की कुर्सी बच गई है. उद्धव ठाकरे गुट में हलचल मच गई है. सीएम शिंदे गुट में 37 विधायक थे, इसलिए चुनाव आयोग ने उनकी पार्टी को असली शिवसेना माना था. वहीं, स्पीकर ने फैसला देते हुए कहा कि शिवसेना 1999 में पार्टी का संविधान बनाया था और फिर 2018 में संविधान बनाया था, नए संविधान को वह स्वीकार नहीं करेंगे. उद्धव ठाकरे द्वारा नियुक्त व्हिप सुनील प्रभु ने 16 विधायकों को सस्पेंड करने का फैसला किया था. स्पीकर ने बताया है कि उद्धव ठाकरे को अकेले ऐसा फैसला लेने का अधिकार नहीं था.''
हम ऐसे ही फैसले की अपेक्षा कर रहे थे- अठावले
अठावले ने आगे कहा, ''एकनाथ शिंदे जी के पक्ष में निर्णय दिया है. ठाकरे जी को बड़ा झटका लगा है. राहुल नार्वेकर जी ने जो निर्णय दिया है उसका स्वागत करता हूं. हम उसी की अपेक्षा कर रहे थे. असली शिवसेना एकनाथ शिंदे जी की है. एकनाथ शिंदे जी द्वारा नियुक्त व्हिप को ही असली व्हिप माना गया है. सुनील प्रभु को अवैध माना है. यह अच्छा फैसला है. यह फैसला संविधान और कानून के मुताबिक है इसलिए इसका सवागत करता हूं.'' क्या लोकसभा चुनाव में इसका असर देखने को मिलेगा? इस सवाल पर अठावले ने कहा, ''हमको इसका फायदा होगा. हम महाराष्ट्र में 45 सीटें लाने का प्रयास करेंगे. आने वाले अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव होंगे. उसमें इस फैसले से फायदा होगा.''
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