Shiv Sena and MNS Alliance: पिछले दो दिनों से चर्चा चल रही है कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे मिलकर शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बालासाहेब ठाकरे के स्मारक पर चर्चा करेंगे. दोनों ठाकरे भाइयों की मुलाकात होने जा रही है, ऐसे में कई तरह की राजनीतिक चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं. कई लोग इस पर अलग-अलग तर्क देने लगे हैं. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए शिवसेना के ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने भी इस पर सांकेतिक बयान दिया. सांसद संजय राउत ने कहा कि दो भाई कभी भी मिल सकते हैं और एक-दूसरे से चर्चा कर सकते हैं. इसमें किसी तीसरे व्यक्ति के पड़ने की जरूरत नहीं है.
संजय शिरसाट का बड़ा बयान
शिवसेना पार्टी में विभाजन के बाद से ही ठाकरे गुट और एमएनएस पार्टी के बीच गठबंधन की चर्चा चल रही है. बताया जा रहा है कि राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे की मुलाकात में इस गठबंधन पर भी चर्चा हो सकती है. वहीं, शिवसेना के शिंदे गुट के नेता संजय शिरसाट ने ठाकरे गुट और एमएनएस गठबंधन की चर्चा पर बड़ा बयान दिया है. शिरसाट ने कहा, हमने 2014 में (जब शिवसेना पार्टी एकजुट थी) मनसे के साथ गठबंधन के बारे में पूछा था. लेकिन फिर उन्होंने (उद्धव ठाकरे) हमसे कहा, बात क्यों करें? क्यों बात करें? जो लोग वहां जाना चाहते हैं वो जा सकते हैं.
क्या बोलो संजय शिरसाट?
विधायक संजय शिरसाट ने कहा, दोनों भाइयों का एक साथ आना खुशी की बात है. लेकिन यह उनका (ठाकरे समूह का) रवैया है कि वे अपना कुछ भी नहीं देंगे, इसलिए मुझे नहीं लगता कि दोनों पार्टियां एक साथ आएंगी. राज ठाकरे की शख्सियत अलग है. वे बहुत दयालु हैं. वे कभी भी ऐसा निर्णय ले सकते हैं. लेकिन, उनके (उद्धव ठाकरे के पक्ष) पक्ष के लोग ऐसा निर्णय नहीं लेने देंगे.
किया ये दावा
शिंदे गुट के प्रवक्ता संजय शिरसाट ने कहा, हम खुद ही शिवसेना एमएनएस (मनसे) गठबंधन की बात करते थे. 2014 में जब शिवसेना-बीजेपी का गठबंधन नहीं था, तब हमने बात की थी. हम बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं कर रहे हैं तो हमें राज ठाकरे से बात करनी चाहिए.' लेकिन नहीं, उन्होंने (ठाकरे समूह के वरिष्ठों ने) कहा, क्यों बात करें? जो लोग वहां जाना चाहते हैं वो जा सकते हैं. इसलिए कभी कोई नजदीकियां नहीं हुई.
राज ठाकरे और उद्धव के बीच होगा गठबंधन?
संजय शिरसाट ने कहा, आज जो भी स्थिति है, राज ठाकरे पिछले 14 साल से अपनी पार्टी चला रहे हैं. वह अपनी ताकत से पार्टी चला रहे हैं. उन्हें भी काफी नुकसान हुआ है. बाला साहेब ठाकरे की फोटो का इस्तेमाल नहीं करना चाहते, प्रबोधनकर ठाकरे की फोटो का इस्तेमाल नहीं करना चाहते... राज ठाकरे ने जो मुसीबत पैदा की, उसे नहीं भूलेंगे. इसलिए मुझे नहीं लगता कि ठाकरे गुट और मनसे के बीच गठबंधन होगा.