Pratap Sarnaik on Mumbai College Dress Code: शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने छात्रों को ‘‘जींस और टी-शर्ट’’ पहनने से रोकने के लिए मुंबई के एक कॉलेज के खिलाफ कार्रवाई करने की बुधवार को मांग की. चेम्बूर ट्रॉम्बे एजुकेशन सोसाइटी के एन. जी. आचार्य एंड डी के मराठे कॉलेज ने 27 जून को एक नोटिस जारी कर छात्रों के फटी हुई जींस, टी-शर्ट, ‘गरिमाहीन’ कपड़े और जर्सी या कोई ऐसी पोशाक पहनने पर रोक लगा दी, जो ‘‘धर्म को प्रकट करती हो या सांस्कृतिक असमानता दर्शाती हो.’’


मुंबई के कॉलेज में ड्रेस कोड पर शिवसेना विधायक का बयान
इसमें कहा गया है कि छात्रों को कॉलेज परिसर में शालीन कपड़े पहनने चाहिए. सरनाईक ने विधानसभा में कहा कि कॉलेज की ओर से जारी नोटिस एक ‘‘तालिबानी फतवा’’ है. उन्होंने कहा कि 70-80 फीसदी से अधिक छात्र जींस और जैकेट पहनते हैं.



शिवसेना विधायक ने पूछा, ‘‘क्या आप तैराकी प्रतिस्पर्धा के लिए ‘स्विमिंग सूट’ और खेल प्रतियोगिताओं के लिए टी-शर्ट, छोटे कपड़ों (शॉर्ट्स) पर प्रतिबंध लगाएंगे.’’ सरनाईक ने कहा कि शिक्षा मंत्री को तालिबानी फतवे के लिए कॉलेज प्राधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.


पिछले महीने इसी कॉलेज के छात्रों ने बंबई हाई कोर्ट का रुख कर कॉलेज के उस निर्देश को चुनौती दी थी कि जिसमें हिजाब, नकाब, बुर्का, स्टोल, टोपी और किसी भी तरह के बैज पर प्रतिबंध लगाने वाले ‘ड्रेस कोड’ को लागू किया गया था.


अदालत ने 26 जून को याचिका खारिज करते हुए कहा था कि ‘ड्रेस कोड’ का उद्देश्य अनुशासन बनाए रखना है, जो शैक्षणिक संस्थान की ‘‘स्थापना और प्रशासन’’ के लिए कॉलेज के मौलिक अधिकार का हिस्सा है. इसके बाद कॉलेज ने दूसरा नोटिस जारी किया, जिसमें उसने छात्रों के जींस तथा टी-शर्ट पहनने पर रोक लगा दी.


ये भी पढ़ें: 'मुंबई की सड़कों पर रेहड़ी पटरी वालों ने किया कब्जा, यह समस्या...', कोर्ट ने क्यों कही ये बात?