Santosh Bangar On Cabinet Expansion: सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) गुट के कई विधायक मंत्री पद की उम्मीद लगाए बैठे थे. इस बीच अजित पवार (Ajit Pawar) ने सत्ता में भागीदारी के लिए सत्तारूढ़ शिवसेना (Shiv Sena)-बीजेपी (BJP) से हाथ मिलाने का फैसला किया. इसलिए दूसरे कैबिनेट विस्तार में एनसीपी के अजित पवार गुट के 9 विधायकों को मंत्री पद मिला है. अजित पवार गुट के आने से शिंदे गुट के विधायकों की मंत्री पद को लेकर उम्मीदें धुमिल हो गई हैं, लेकिन अब दावा किया जा रहा है कि जल्द ही राज्य में दोबारा कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा.


इसमें शिंदे गुट के विधायकों को मौका दिए जाने की बात कही जा रही है. इसके साथ ही शिंदे गुट के कई विधायक दावा कर रहे हैं कि उन्हें मौका मिलेगा. इसमें अब हिंगोली विधायक संतोष बांगर ने दोबारा मंत्री पद का दावा किया है. बांगर ने कहा है कि हमें मंत्री पद मिलेगा क्योंकि हमने अपनी बात रख दी है. कैबिनेट विस्तार पर बोलते हुए विधायक बांगर ने कहा, ''हम अभी भी कह रहे हैं कि जिस तरह से हमसे वादा किया गया था, वो वादा पूरा किया जाएगा." 


'शिवसेना आदेश का पालन करने वाली पार्टी'
उन्होंने कहा कि शिवसेना आदेश का पालन करने वाली पार्टी है. इसलिए, सभी विधायक शिवसेना द्वारा दिए गए आदेश का पालन करेंगे. उन्होंने कहा कि सांसद हेमंत पाटिल और हम एक प्रतिनिधिमंडल लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पास जाएंगे. उन्होंने कहा कि हम मुख्यमंत्री शिंदे से यह भी अनुरोध करेंगे कि हिंगोली जिले को एक मंत्री पद दिया जाना चाहिए. चाहे वह राज्य में हो या केंद्र में, हमने मांग की है कि हमें मंत्री पद दिया जाए.


फिर हो सकता है कैबिनेट का विस्तार-बांगर
बांगर ने कहा कि हिंगोली जिला एक पिछड़ा जिला है और हमें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री इसके साथ न्याय करेंगे. विधायक बांगर ने कहा कि आने वाले समय में यानी इन दो-चार दिनों में या सदन खुलने के बाद फिर कैबिनेट का विस्तार हो सकता है. उन्होंने कहा कि अजित पवार ने कहा है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के काम से प्रभावित हैं, इललिए उन्होंने शिवसेना-बीजेपी का समर्थन किया है.


बांगर ने कहा कि कई लोगों को आश्चर्य हुआ कि इस राज्य के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सोते हैं या नहीं. बांगर ने सीएम शिंदे की तारीफ करते हुए कहा है कि आज तक ऐसा कोई मुख्यमंत्री नहीं हुआ जो 18 घंटे काम करता हो और भविष्य में भी ऐसा नहीं होगा.


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