Maharashtra Politics: शिवसेना सांसद संजय राउत ने केंद्र सरकार और बीजेपी की आलोचना करते हुए कहा, लोकतंत्र का मुखौटा पहनकर देश में आतंक फैलाने का काम जारी है. मुख्य मुद्दों को छोड़कर विषय को आगे बढ़ाया जा रहा है. देश में लोकतंत्र कहां बचा है? तमाम व्यवस्थाओं और अदालतों को जेब में डालकर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. अगर कोई उनके खिलाफ बोलता है तो उस पर दबाव की राजनीति की जा रही है.


जवाब देने के वजाए राहुल गांधी को मिल रहा नोटिस
संजय राउत ने कहा है कि हिंडनबर्ग को लेकर अगर हम संसद में सवाल पूछते हैं तो उसका जवाब देने के बजाय राहुल गांधी को नोटिस भेजा जा रहा है. वे रत्नागिरी दौरे के दौरान आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे. उन्होंने आगे कहा, भारतीय लोकतंत्र में मीडिया का सम्मान है, लेकिन बीबीसी की छापेमारी मीडिया के लिए एक चेतावनी थी.


'इस समय अघोषित आपातकाल चल रहा है'
संजय राउत ने कहा, संजय राउत ने विभिन्न मुद्दों पर टिप्पणी करते हुए कहा. देश में इस समय अघोषित आपातकाल चल रहा है. इंदिरा गांधी ने भी इस देश में आपातकाल लगाया था. लेकिन उन्होंने यह कहकर आपातकाल की घोषणा कर दी कि घरेलू खतरा बढ़ रहा है और इसका कारण बता रहे हैं. उन्होंने खुले आपातकाल की घोषणा की. अगर कोई कहता है कि यह ओपन इमरजेंसी है तो हम इसे स्वीकार करते हैं. लेकिन, लोकतंत्र का मुखौटा पहनकर अगर कोई अप्रत्यक्ष रूप से आपातकाल लगाता है तो हम इसे स्वीकार नहीं करते हैं.


लगाए ये गभीर आरोप
इस बीच अगर विरोधी कुछ सवाल करते हैं, आवाज उठाते हैं तो उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जाती है. उन्हें बंदी बनाने का प्रयास किया जाता है. मुझे भी कैद कर लिया गया था. संजय राउत ने इस वक्त दावा किया कि जेल में मुझे मारने की कोशिश की गई. देश में इस समय कई समस्याएं हैं. हम संसद में सवाल पूछ रहे हैं. हमने हिंडनबर्ग मुद्दे पर केंद्र सरकार से भी सवाल किया. लेकिन उनका जवाब देने के बजाय पूछे गए सवालों को संसद की कार्यवाही से हटा दिया गया. इतना ही नहीं इस सवाल को न केवल हटा दिया गया बल्कि राहुल गांधी को नोटिस भी भेज दिया गया. यह सब क्या हो रहा है? संजय राउत ने यह भी कहा कि लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है.


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