Shiv Sena Symbol News: चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना को तगड़ा झटका देते हुए  महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे नीत धड़े को असली शिवसेना के रूप में मान्यता दी है और उसे 'तीर-धनुष'  चुनाव चिह्न आवंटित करने का आदेश दिया है. शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि हम एक नया चिह्न लेकर जनता के दरबार में जाएंगे और एक नई शिवसेना खड़ी करके दिखाएंगे. चुनाव आयोग के फैसले पर उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है. राउत ने कहा कि हम इसको लेकर कानून की लड़ाई भी लड़ेंगे.


चुनाव आयोग बीजेपी का एजेंट- आनंद दुबे


वहीं शिवसेना उद्धव गुट के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि चुनाव आयोग बीजेपी का एजेंट है और यह बीजेपी के लिए काम करता है, अब देश की जनता को विश्वास हो गया है. उन्होंने कहा कि पार्टी किसकी इसका फैसला न्यायालय करता है. चुनाव आयोग पर अब किसी को भरोसा नहीं है.


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चुनाव आयोग ने देखा कि शिवसेना का वर्तमान संविधान अलोकतांत्रिक है. बिना किसी चुनाव के पदाधिकारियों के रूप में एक गुट के लोगों को अलोकतांत्रिक रूप से नियुक्त करने के लिए इसे विकृत कर दिया गया है. इस तरह की पार्टी की संरचना विश्वास को प्रेरित करने में विफल रहती है.


कैसे टूटी उद्धव ठाकरे की शिवसेना?


बता दें कि पिछले साल जून में एकनाथ शिंदे ने तख्तापलट करते हुए पार्टी के कुछ विधायकों और सांसदों के साथ बीजेपी के साथ गठबंधन कर सरकार बना ली थी. इसी के साथ शिवसेना दो गुटों में बंट गई थी. इसके बाद उद्धव ठाकरे गुट ने शिवसेना के नाम और उसके चुनाव चिह्न तीर-कमान के इस्तेमाल को लेकर चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया था. अब चुनाव आयोग ने लगभग आठ महीने बाद इस मामले पर अपना फैसला सुना दिया है और शिंदे गुट को असली शिवसेना करार देते हुए पार्टी का नाम और उसका चुनाव चिह्न इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी है.