Shiv Sena Symbol: 'एक बार नाम चला गया...', राज ठाकरे की उद्धव को नसीहत, बालासाहेब की वीडियो शेयर कर जड़ा 'तमाचा'
Shinde Vs Thackeray: कल उद्धव ठाकरे गुट को बड़ा झटका लगा है. चुनाव आयोग ने कल "शिवसेना" और "धनुष बाण" एकनाथ शिंदे गुट को दिया है. इसपर राज ठाकरे ने भी निशाना साधा है.
Raj Thackeray on Uddhav Thackeray: उद्धव ठाकरे बड़ा झटका लगा है. केंद्रीय चुनाव आयोग ने घोषणा की कि "शिवसेना" और "धनुष-बाण" एकनाथ शिंदे के पास रहेगा. उद्धव ठाकरे के लिए यह सबसे कठिन स्थिति है. "शिवसेना" और "धनुष-बाण" मिलने के बाद एकनाथ शिंदे की बीजेपी और उसके पार्टी नेताओं द्वारा प्रशंसा की जा रही है. इस बीच मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने भी ट्वीट कर उद्धव ठाकरे की आलोचना की है. राज ठाकरे ने बालासाहेब ठाकरे की आवाज वाला एक वीडियो शेयर किया है. राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे पर आरोप भी लगाया है.
उद्धव ठाकरे को झटका
केंद्रीय चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को बड़ा झटका दिया. शिवसेना पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह धनुष और बाण एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली पार्टी को दिया गया है. कुछ दिन पहले चुनाव आयोग के सामने पार्टी और चुनाव चिन्ह पर दावे को लेकर सुनवाई हुई थी.
बाळासाहेबांनी दिलेला ‘शिवसेना’ हा विचार किती अचूक होता ते आज पुन्हा एकदा कळलं.... #शिवसेना #बाळासाहेब_ठाकरे #Legacy pic.twitter.com/FxO3wprUUF
— Raj Thackeray (@RajThackeray) February 17, 2023
आयोग ने आज अपना फैसला सुनाते समय जिन बिंदुओं पर गौर किया-
पुराने सादिक अली (तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष) मामले का हवाला देते हुए तत्कालीन कांग्रेस और इंदिरा की कांग्रेस में हुई फूट को आयोग ने बहुमत के आधार पर मान्यता दी थी. तब पहली कसौटी को बहुमत की पहली कसौटी माना जाता था. दूसरा मानदंड लक्ष्यों और उद्देश्यों का परीक्षण था.
1. विधानसभा अध्यक्ष द्वारा दिया गया अयोग्यता का निर्णय और उच्च न्यायालय, सर्वोच्च न्यायालय में लंबित सुनवाई और चुनाव आयोग के पार्टी प्रतीकों के संबंध में प्रावधान अलग-अलग मामले हैं.
2. बहुमत परीक्षण और संगठन में बहुमत पर भी विचार करें.
3. 2018 में आयोजित शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी प्रतिनिधि सभा द्वारा चुनी गई थी, इसलिए इस तथ्य पर विचार नहीं किया गया कि संगठन में ठाकरे समूह का बहुमत है.
4. ऐसे में इस मुद्दे पर ध्यान दें कि चुनाव में किस गुट को कितने वोट मिले.
2019 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना के विजयी प्रत्याशियों को मिले 47 लाख 82 हजार 440 वोटों में से शिंदे गुट के 40 विधायकों को 76 फीसदी यानी 36 लाख 57 हजार 327 वोट मिले थे. इसकी तुलना में ठाकरे गुट के 15 विधायकों को करीब 24 फीसदी यानी 11 लाख 25 हजार 113 वोट मिले. साथ ही शिवसेना को मिले कुल 90 लाख 49 हजार 789 वोटों में से शिंदे गुट के पास 40 फीसदी और ठाकरे गुट के 15 विधायकों के पास 12 फीसदी वोट हैं.
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