Shiv Sena Symbol Row: शिवसेना-सिंबल जाने के बाद उद्धव ठाकरे का मास्टर प्लान, पार्टी को मजबूत करने के लिए उठाएंगे ये कदम
Maharashtra Political Crisis: उद्धव ठाकरे के हाथ से पार्टी का नाम और सिंबल जाने के बाद उद्धव ने अब एक मास्टर प्लान बनाया है. पार्टी को मजबूत करने के लिए ठाकरे गुट द्वारा दो अभियान चलाया जाएगा.
Eknath Shinde vs Uddhav Thackeray: शिवसेना नाम और चुनाव चिह्न धनुष बाण को आधिकारिक रूप से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी मिली है. चुनाव आयोग के इस फैसले से उद्धव ठाकरे सकते में आ गए थे. उद्धव ठाकरे की अगली लड़ाई सुप्रीम कोर्ट में है. लेकिन पार्टी और सिंबल जाने के बाद उद्धव ठाकरे ने एक मास्टर प्लान तैयार किया है. इसमें मुख्य रूप से दो अभियान चलाए जाएंगे. उद्धव ठाकरे ने आज पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से बातचीत की. उद्धव ठाकरे ने बैठक में अपने पदाधिकारियों को जानकारी दी कि वे 28 फरवरी तक मशाल को बतौर चुनाव चिन्ह इस्तेमाल कर सकते हैं.
बैठक में लिया गया ये फैसला
मुंबई के शिवसेना भवन में उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में जिलाध्यक्षों और संपर्क प्रमुखों की बैठक आयोजित की गई. एबीपी मांझा के अनुसार, इस बैठक में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में पार्टी के पतन को रोकने और पार्टी बंधन को मजबूत करने के लिए राज्य में शिव संपर्क अभियान और शाखा संपर्क अभियान शुरू करने का निर्णय लिया गया. इसके लिए ठाकरे गुट के नेताओं को महाराष्ट्र के गांव, तालुका और जिला स्तर पर जनसंपर्क करने का आदेश दिया गया है. इस आदेश के मुताबिक ठाकरे गुट के नेता सबसे पहले महाराष्ट्र के दौरे पर जाएंगे. उसके बाद आदित्य ठाकरे और उद्धव ठाकरे के दौरों का आयोजन किया जाएगा.
पूरे महाराष्ट्र में करेंगे दौरा
उद्धव ठाकरे ने आज कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का मार्गदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर हम अभी नहीं जागे तो 2024 में तानाशाही आ जाएगी. मशाल 28 तारीख तक इस सिंबल का इस्तेमाल कर सकते हैं. ठाकरे ने कहा कि अगर यह चिन्ह हटा भी दिया जाता है तो भी मेरे दिमाग में 10 और चिन्ह हैं. उद्धव ठाकरे राज्य भर में सभाएं करेंगे. नेताओं को राज्य भर में दौरे करने के लिए अनिवार्य किया गया है. इस मुद्दे को आम नागरिकों तक ले जाने को कहा गया है. उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि अगर नरेंद्र मोदी फिर से देश के प्रधानमंत्री बनते हैं तो देश में उन्माद फैल जाएगा.
क्या है उद्धव ठाकरे का मास्टर प्लान?
ठाकरे के बड़े नेता करेंगे महाराष्ट्र का दौरा.
नेता पहले दौरा करेंगे फिर उद्धव और आदित्य ठाकरे दौरे पर जाएंगे.
ठाकरे के प्रमुख नेताओं के दौरे विभागवार होंगे.
ठाकरे गुट दौरे पर जाकर अपने गढ़ को मजबूत बनाए रखने की कोशिश करेगा.
शिवसेना भवन में उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में संपर्क प्रमुखों के साथ जिलाध्यक्षों की बैठक शुरू हो गई है.
पार्टी और सिंबल के जाने के बाद अब ठाकरे गुट की ओर से दो अभियान चलाए जाएंगे.
बैठक में शिव संपर्क अभियान और शाखा संपर्क अभियान शुरू करने का निर्णय.
पार्टी के पतन को रोककर पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए ठाकरे समूह का अभियान.