Uddhav Thackeray on Devendra Fadnavis: उद्धव ठाकरे ने एकबार फिर बीजेपी की जमकर आलोचना की है. ठाकरे ने कहा, 'मैंने भाषण में कलंक शब्द का इस्तेमाल किया, मैंने क्या गलत कहा? आप उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर उन्हें कलंकित कर रहे हैं. तो फिर उन्हें कैबिनेट में क्यों लिया जाए? मैंने नहीं सोचा था कि मेरा शाप शब्द इतना प्रभावशाली था. आरोप लगाते समय कम से कम अपने दिमाग का तो ख्याल रखें. अगर मैं एक शब्द का उपयोग करूं तो तलवों से लेकर सिर तक इतनी आग क्यों?'
उद्धव ठाकरे ने संजय राउत को लेकर कही ये बात
लोकसत्ता के अनुसार ठाकरे ने कहा, आप लोगों पर आरोप लगाते हैं, उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर उन्हें कलंकित करते हैं. इसके बाद यदि आप उसे मंत्री की पदवी देकर पवित्र कर दें तो फिर उसका उल्लेख कैसे करें? क्या संजय राउत और अनिल परब को लोग कम परेशान कर रहे हैं? अगर मैंने बताया कि कलंक क्या है, तो परेशानी हो गई. वे मेरे ऑपरेशन की वजह से मेरा मजाक उड़ाते हैं.' जिस दौर से मैं गुजरा, उससे किसी को भी नहीं गुजरना चाहिए. किसी के परिवार के बारे में बात करना, स्वास्थ्य के बारे में बात करना कलंक नहीं है?
महाराष्ट्र सरकार पर बोला हमला
मैंने सोमवार को भी देखा कि सरकार घर-घर जा रही है लेकिन लोग अपना काम नहीं कर रहे हैं. सरकार के आपके दरवाजे तक जाने का कोई फायदा नहीं है. बल्कि हमें यह देखना चाहिए कि लोगों के घरों में क्या है. उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा है कि यह पूछने का समय है कि सरकारी योजनाओं की नावों को कहां छोड़ा जाए. वोट किसी को भी दो सरकार मेरी होगी, उठाया गया कदम खतरनाक है. उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा है कि अगर लोगों का भरोसा खो गया तो लोग सड़कों पर उतरे बिना नहीं रहेंगे .