Maharashtra News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (3 फरवरी) को बीजेपी के सीनियर नेता और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को देश का सर्वेच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने का एलान किया. लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने पर शिवसेना (यूबीटी) के सीनियर नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान देना अच्छी बात है.


राज्यसभा सांसद संजय राउत ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा, "प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति बनने का जिनका अधिकार या हक था. उनको ऐसी जगह डाल दिया जहां सब लोग उन्हें भूल गए, यहां तक कि बीजेपी भी उन्हें भूल गई. जब मौका आया तो उन्हें दरकिनार कर दिया." संजय राउत ने राम मंदिर का श्रेय लालकृष्ण आडवाणी को देते हुए कहा कि आज जो रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई है और जो वोटों के लिए राजनीति हो रही है, उसके सूत्रधार लालकृष्ण आडवाणी थे. 






'मौका आने पर लालकृष्ण आडवाणी को कर दिया दरकिनार'
संजय राउत ने पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर जुबानी प्रहार करते हुए कि अगर लालकृष्ण आडवाणी ने राम रथ यात्रा नहीं निकालते तो आज बीजेपी, नरेंद्र मोदी और अमित शाह नहीं दिखाई देते या हम सब नहीं दिखते, जब मौका आया तो उन्हें दरकिनार कर दिया गया और अब उन्हें भारत रत्न दे रहे हैं. भारत रत्न देने के सरकार के फैसले को संजय राउत ने स्वागत किया. उन्होंने कहा कि वह इसके हकदार थे, लालकृष्ण आडवाणी का देश के विकास में योगदान रहा है.


राष्ट्रपति बना कर सकते थे सम्मान- संजय राउत
शिवसेना (यूबीटी) के सीनियर नेता ने कहा कि अब आडवाणी की उम्र 97 साल हो गई है. देश के विकास में उनका योगदान रहा है. एक साल पहले उन्हें पद्म विभूषण दिया, लेकिन भारत रत्न देने के बाद उन्हें कौन सा सम्मान या पदवी देंगे. उन्होंने सलाह दी कि लालकृष्ण आडवाणी को राष्ट्रपति बनाकर उनका सम्मान कर सकते थे, मैं उन्हें प्रधानमंत्री बनाने की बात नहीं कर रहा हूं. लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया.


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