Priyanka Chaturvedi Latest News: प्रियंका चतुर्वेदी इन दिनों मथुरा और वृंदावन के दौरे पर हैं. अपने दौरे पर उन्होंने प्रेमानंद महाराज से मुलाकात की. इस मुलाकात में उन्होंने विधानसभा चुनाव में शिवसेना-यूबीटी को मिली हार का जिक्र किया और निराशा से बचने के लिए मार्गदर्शन मांगा. प्रेमानंद महाराज ने कहा कि किसी का पिछला प्रारब्ध अच्छा था इसलिए वह जीता और इसलिए कोई वर्तमान प्रयास के बावजूद हार गया. 


प्रियंका चतुर्वेदी भेंट के लिए कपड़ा लाई थीं. प्रेमानंद महाराज को प्रणाम कर प्रियंका बोलीं, ''गुरुजी आपसे बहुत प्रभावित हुई हूं, महाराष्ट्र में चुनाव में हार मिली, आपके शब्द ने सुकून दिए, मैंने सोचा आपसे मिलूंगी. साहस मिलेगा और आगे की लड़ाई लड़ेंगे.''


हर परिस्थिति में समान भाव रखना चाहिए- प्रेमानंद महाराज


प्रेमानंद महाराज ने कहा, ''सुख-दुख, लाभ-हानि, हार और जीत में समान भाव रखना चाहिए. भगवान कृष्ण भी रणछोड़ कहलाए, कभी भगवान भी हार स्वीकारते हैं तो हमें भी हार में गंभीर रहना चाहिए. जब जीत नहीं टिकती तो पराजय भी नहीं टिकती और मेहनत करनी चाहिए कि आगे जनता की सेवा कर सकें. हमें निराश नहीं होना चाहिए. हार में निराश होना ठीक नहीं, निराश हुए तो आगे की तैयारी नहीं हो पाएगी.


प्रेमानंद महाराज ने प्रियंका चतुर्वेदी से आगे कहा, ''हमें लगता है निराश नहीं होना चाहिए. प्रसन्न रहना चाहिए. परायज में निराशा ना हो, ऐसा नहीं हो सकता. आप तो कृपा पात्र हैं. संतों के घर की हैं. प्रयास कीजिए. भारत की सेवा का अवसर प्रभु दें, ऐसे विनती कीजिए. प्रयास से सब सफलता मिल सकती है.''


कोई अपने प्रारब्ध से जीता - प्रेमानंद महाराज


प्रियंका चतुर्वेदी ने इस दौरान कहा कि कभी-कभी लगता है कि जिन लोगों ने पार्टी के साथ गलत किया. वे जीत गए. इस पर प्रेमानंद महाराज ने कहा, ''उसमें वर्तमान का प्रयास असफल हुआ. इसमें पुराना प्रारब्ध भी काम करता है. हमें चाहिए कि आए हुए प्रारब्ध का स्वागत करें और रैंद कर आगे चलें. पराजित भाव लाएंगे तो निराशा आ जाएगी.''


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