Sanjay Raut on PM Modi: शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने शरद पवार पर तंज कसने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया है. संजय राउत ने तीखा हमला करते हुए कहा कि 'क्या पीएम भूलने की बीमारी से पीड़ित हैं.' दरअसल यूपीए सरकार में कृषि मंत्री रहे शरद पवार पर टिप्पणी करते हुए हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि जब भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार सक्रिय रूप से किसानों को सशक्त बना रही थी, तो महाराष्ट्र में कुछ व्यक्ति प्रतिनिधित्व की आड़ में राजनीतिक गतिविधियों में लगे हुए थे.


संजय राउत ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है और कहा कि शरद पवार 10 साल तक कृषि मंत्री थे. इस दौरान वह सिर्फ कृषि मंत्री की भूमिका में नहीं रहे, वह एक विशेषज्ञ थे, जो कृषि क्रांति के लिए जाने जाते हैं. संजय राउत का कहना है कि शरद पवार ने अपने दम पर यह मुकाम हासिल किया है. इसके साथ ही उन्होंने हमलावर होते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र बीजेपी की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अपने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा चुनाव में उतारना पड़ रहा है.


पीएम मोदी को भूलने की बीमारी


इसके साथ ही संजय राउत ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार को भी अपने निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि जब पीएम मोदी शरद पवार पर टिप्पणी कर रहे थे तो उन्हें मंच छोड़ देना चाहिए था. इस दौरान संजय राउत ने कहा कि 'देश के पीएम के रूप में यह उन्हें शोभा नहीं देता. कल तक जिस शरद पवार की पीएम तारीफ कर रहे थे, आज उनकी कमियां गिना रहे हैं, क्या पीएम मोदी को भूलने की बीमारी है? जब मोदी जी गलत बोल रहे थे तो अजित पवार को मंच से चले जाना चाहिए था.'


राज्य के नेता को बदनाम करना पीएम मोदी का उद्देश्य


संजय राउत यहीं पर नहीं रुके उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने महाराष्ट्र का दौरा किया लेकिन किसानों की आत्महत्या, मराठा आरक्षण के मुद्दे और मनोज जारांगे पाटिल के अनशन पर कुछ नहीं बोले. उनका एकमात्र उद्देश्य राज्य के नेता को बदनाम करना था. संजय राउत का कहना है कि पीएम मोदी भ्रष्टाचार के बारे में बोलते हैं लेकिन सबसे बड़ा भ्रष्ट लोग शिंदे और अजित पवार उनके साथ मंच पर बैठे थे. 


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