Samvidhan Hatya Diwas Date: मोदी सरकार ने आपातकाल के दौरान अमानवीय पीड़ा झेलने वालों के “व्यापक योगदान” को याद करने के लिये 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाने का फैसला किया है. केंद्र सरकार के इस फैसले को लेकर अब उद्धव ठाकरे गुट के सांसद और प्रवक्ता संजय राउत का भी बड़ा बयान सामने आया है.
क्या बोले संजय राउत?
आपातकाल 1975 की याद में 25 जून को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाए जाने पर शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने कहा, "...आपातकाल को 50 वर्ष हो गए हैं, लोग भूल चुके हैं. इस देश में आपातकाल इसलिए लगाया गया था क्योंकि इस देश में कुछ लोग अराजकता फैलाना चाहते थे... पुलिस और सेना को भड़काया जा रहा था कि सरकार के आदेशों का पालन मत कीजिए... ऐसे में अगर अटल बिहारी वाजपेयी भी प्रधानमंत्री होते तो भी आपातकाल लगाते. पीएम मोदी और सरकार को इसलिए बहुमत नहीं मिला क्योंकि वे लोग संविधान को बदलना चाहते थे."
मोदी सरकार पर कांग्रेस का पलटवार
कांग्रेस ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि आपातकाल को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाने का केंद्र सरकार का कदम सुर्खियां बटोरने की कवायद भर है, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 से 2024 के दौरान देश में ‘‘अघोषित आपातकाल’’ लगाया हुआ था. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि चार जून, 2024 का दिन इतिहास में ‘मोदीमुक्ति दिवस’ के रूप में दर्ज होगा.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एलान करते हुए कहा था कि ‘संविधान हत्या दिवस’ मनाने से प्रत्येक भारतीय में व्यक्तिगत स्वतंत्रता और लोकतंत्र की रक्षा की अमर ज्वाला को प्रज्वलित रखने में मदद मिलेगी, जिससे कांग्रेस जैसी “तानाशाही ताकतों” को “उन भयावहताओं को दोहराने” से रोका जा सकेगा.