Maharashtra Politics: 'एक चुनाव बैलेट पेपर पर हो जाए', तीन राज्यों में BJP की जीत को सांसद संजय राउत ने दी चुनौती
Sanjay Raut on BJP: राजस्थान, एमपी और छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने कांग्रेस को हराकर जीत दर्ज की है. सांसद संजय राउत ने बीजेपी से कहा है कि वो एक चुनाव बैलेट पेपर पर लड़ ले और संदेह दूर कर ले.
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Assembly Election Results 2023: चार राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम सामने आ चुके हैं. तीन राज्यों में बीजेपी ने बड़ी जीत दर्ज की है और कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है. शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा, "हम हमेशा कहते हैं - लोगों के मन में संदेह है कि यह कैसे संभव है, खासकर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में. इसलिए, हम कहते हैं कि अगर संदेह है, तो इसे दूर कर लें. एक चुनाव बैलेट पेपर पर हो. बस एक चुनाव और संदेह को दूर कर दें..."
INDIA गठबंधन पर कही ये बात
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने रविवार को कहा कि अगर कांग्रेस ने इंडिया ब्लॉक के घटकों के साथ कुछ सीटें साझा की होती तो मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे अलग होते. उन्होंने यह भी कहा कि बहुत पुरानी बात है पार्टी को सहयोगियों के प्रति अपने दृष्टिकोण पर फिर से विचार करना चाहिए और याद दिलाना चाहिए कि यह कमल नाथ ही थे जिन्होंने चुनावों के दौरान समाजवादी पार्टी के साथ सीटों के बंटवारे का विरोध किया था. हालांकि, राउत ने कहा कि चुनाव परिणामों से भारत गठबंधन के सदस्यों के बीच कोई दरार नहीं आएगी. मेरी स्पष्ट राय है कि मध्य प्रदेश का चुनाव भारत गठबंधन के रूप में लड़ा जाना चाहिए था.
क्या बोले संजय राउत?
अगर कुछ सीटें गठबंधन दलों, जैसे कि अखिलेश की पार्टी, (समाजवादी पार्टी) के साथ साझा की जातीं, तो कांग्रेस का प्रदर्शन कहीं बेहतर होता. उनकी (अखिलेश की) पार्टी को कुछ क्षेत्रों में अच्छा समर्थन प्राप्त है, जिनमें पार्टी का गढ़ कही जाने वाली 10-12 सीटें भी शामिल हैं. यह कमलनाथ ही थे जिन्होंने उनके (अखिलेश) साथ सीटें साझा करने का विरोध किया था.'' राउत ने कहा कि चुनाव परिणाम से यह सीखने को मिलता है कि गठबंधन को भविष्य में एक साथ चुनाव लड़ना चाहिए. टीम वर्क की जरूरत थी. राज्य की पार्टियों को अब नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. स्थानीय पार्टियों को नजरअंदाज करके कोई राजनीति नहीं कर सकता,'' शिवसेना (यूबीटी) प्रवक्ता ने कहा. उन्होंने मांग की कि कांग्रेस सहयोगियों के प्रति अपनी रणनीति और दृष्टिकोण पर पुनर्विचार करे.
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