Maharashtra News: केंद्र सरकार की तरफ से एक-एक कर भारत रत्न मिलने वालों के नाम बताए है. तभी से विपक्ष केंद्र सरकार को घेरने में लगा है. शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत का कहना है कि भारत रत्न इसके राजनीतिक फायदे को देखकर दिया जाता है. कानून है कि एक साल में सिर्फ तीन लोगों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है लेकिन केंद्र सरकार पांच लोगों को भारत रत्न देने जा रही है. यह सब राजनीतिक फायदे के लिए किया जा रहा है.
संजय राउत ने लगाए बड़े आरोप
संजय राउत ने आगे कहा कि चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है. वे जब गृहमंत्री थे तो उन्होंने अपने राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्त्ताओं को कहा था कि अगर किसी के जिले में गांव में मुझे आरएसएस की शाखा दिखी तो मैं उनके ऊपर एक्शन लूंगा. ये चौधरी चरण सिंह का विचार था. आप उनको भारत रत्न दे रहे है क्योंकि आपको उनके पोते जयंत चौधरी को अपनी पार्टी में लाना है. उनको खुश करना है उनका दिल जितना है.
जयंत चौधरी बोले-दिल जीत लिया
आपको बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा के बाद उनके पोते जयंत चौधरी ने इस पर खुशी जताई. इसके साथ ही उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि दिल जीत लिया. इसके साथ जयंत चौधरी के इंडिया गठबंधन को छोड़कर एनडीए में जाने की चर्चाएं तेज हो गई है. माना जा रहा है कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा जब यूपी पहुंचेगी उस दौरान जयंत चौधरी इंडिया गठबंधन से किनारे कर सकते है.
भारत रत्न के लिए इन नामों की हुई है घोषणा
केंद्र सरकार की तरफ से भारत रत्न के लिए बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर, पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और पीवी नरसिम्हा राव और भारत के हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन के नाम शामिल हैं.