जालना में हिंसा पर शिवसेना का बड़ा हमला, कहा- सीएम और दोनों डिप्टी सीएम जाने से कतरा रहे, उद्धव ने लोगों से की मुलाकात
Jalna Maratha Protest: महाराष्ट्र में जारी आरक्षण की मांग को लेकर विपक्ष ने राज्य सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. इस बीच संजय राउत ने भी सीएम शिंदे, और दोनों उपमुख्यमंत्री पर हमला बोला है.
Sanjay Raut on Maratha Reservation: शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने मराठा आरक्षण को लेकर महाराष्ट्र की सरकार पर हमला बोला है. राउत ने कहा, 'सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे उन मराठा समुदाय के सदस्यों के प्रति ठोस समर्थन व्यक्त करने के लिए जालना गए थे, जिन पर बेरहमी से लाठीचार्ज किया गया था, लेकिन महाराष्ट्र के वन फुल, टू हाफ जालना से क्यों कतरा रहे हैं? शिंदे, फड़णवीस, अजित पवार जालना जाने से कतरा रहे हैं, उन्हें बड़े पैमाने पर प्रतिक्रिया का डर है. उद्धव ठाकरे जालना गए और मराठा समुदाय को पूरा समर्थन दिया है. चाहे नरक हो या संकट, शिवसेना मजबूती से मराठा समुदाय के साथ है.
संजय राउत ने बोला हमला
बीते दिनों शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने जानना चाहा कि पिछले हफ्ते महाराष्ट्र के जालना जिले में मराठा आरक्षण की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज का आदेश किसने दिया था. शुक्रवार को जालना जिले के अंतरवाली सारथी गांव में हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े, जब प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर अधिकारियों को मराठा आरक्षण के लिए भूख हड़ताल पर बैठे एक व्यक्ति को अस्पताल ले जाने से मना कर दिया.
हिंसा में 40 पुलिस कर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए थे. पत्रकारों से बात करते हुए, राउत ने पूछा, "शीर्ष अधिकारियों के आदेश के बिना मुख्यमंत्री और राज्य के गृह मंत्री के कार्यालय से किसने फोन किया? स्थानीय पुलिस कभी भी लाठीचार्ज और खुली गोलीबारी का सहारा नहीं लेगी. हम जानना चाहते हैं कि किसने ऐसा किया." उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ''मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और दोनों उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार जनरल डायर की मानसिकता के साथ काम कर रहे हैं. उन्होंने शांतिपूर्वक भूख हड़ताल पर बैठे मराठा प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज और गोलीबारी का आदेश दिया.”