Maharashtra News: महाराष्ट्र के राजकोट किले में पिछले महीने छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने के मामले में फरार मूर्तिकार-ठेकेदार जयदीप आप्टे को बुधवार (4 सितंबर) की रात ठाणे जिले के कल्याण से गिरफ्तार किया गया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि महाराष्ट्र में सिंधुदुर्ग पुलिस जयदीप आप्टे (24) की तलाश कर रही थी, क्योंकि उसके द्वारा बनाई गई मूर्ति 26 अगस्त को उद्घाटन के नौ महीने से भी कम समय में गिर गई थी.


पुलिस ने उसकी तलाश के लिए सात टीमें बनाई थीं. मूर्ति गिरने के बाद मालवण पुलिस ने जयदीप आप्टे और स्ट्रक्चरल कंसलटेंट चेतन पाटिल के खिलाफ लापरवाही और अन्य अपराधों के लिए मामला दर्ज किया था. इसके बाद पाटिल को पिछले सप्ताह कोल्हापुर से गिरफ्तार किया गया था. बता दें मराठा राज्य के प्रतिष्ठित संस्थापक की मूर्ति के गिरने से महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले एक बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है, जिसमें विपक्ष एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साध रहा है.


शिवसेना (यूबीटी) ने सरकार पर किया तंज 
शिवसेना (यूबीटी) नेता सुषमा अंधारे ने कहा कि राज्य सरकार को जयदीप आप्टे की गिरफ्तारी का कोई श्रेय लेने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, क्योंकि यह सरकार का कर्तव्य है. वह कोई अंडरवर्ल्ड डॉन नहीं था. उसे पहले ही गिरफ्तार कर लिया जाना चाहिए था. इस बीच एक अधिकारी ने कहा कि पांच सदस्यों की एक ज्वाइंट टेक्निकल कमेटी ने मालवण किले का दौरा किया और घटनास्थल की जांच की. पुलिस ने मूर्ति के लिए इस्तेमाल की गई सामग्री के सैंपल और मंच को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा है. 


राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने पुणे में आरोप लगाया कि मूर्ति के निर्माण पर केवल 1.5 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जबकि इस काम के लिए राज्य के खजाने से 236 करोड़ रुपये लिए गए थे. वहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे इस घटना पर कहा कि विपक्ष मूर्ति ढहने की घटना का राजनीतिकरण कर रहा है. वहीं इस पर नाना पटोले ने कहा कि शिवाजी महाराज के अपमान के खिलाफ गुस्सा निकालना मामले का राजनीतिकरण नहीं कहा जा सकता है.



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