महाराष्ट्र में राजनीतिक पार्टियों ने इन राजघरानों के सदस्यों पर लगाया दांव, कौन किसके खिलाफ?
Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र की कई विधानसभा सीटों पर राजनीतिक पार्टियों ने पूर्व राजघराने के सदस्यों को उतारा है. इन सीटों पर कड़ा मुकाबला नजर आ रहा है.
Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जीत के लिए राजनीतिक दल पूर्व शाही परिवारों पर निर्भर दिख रहे हैं. सतारा सीट पर छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज शिवेंद्रराजे भोसले बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. वे पांचवी बार चुनाव मैदान में हैं, उनके पिता अभयसिंहराजे भोसले कांग्रेस, एनसीपी और जनता पार्टी से जीतकर छह बार विधायक चुने गए.
2019 के विधानसभा चुनाव से पहले शिवेंद्रराजे एनसीपी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे. उनके चेचरे भाई सतारा सीट से लोकसभा सांसद हैं. वहीं पड़ोसी सीट फलटन जो अनुसूचित जाति के आरक्षित है, उसपर नाइक निंबालकर शाही कबीले के सदस्य एनसीपी विधायक दीपक चव्हाण को जीताने के लिए काम कर रहे हैं.
मधुरिमाराजे ने नाटकीय ढंग से वापस लिया नामांकन
इसके अलावा कोल्हापुर उत्तर से कांग्रेस ने राजा छत्रपति शाहू महाराज की बहू मधुरिमाराजे छत्रपति को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के राजेश क्षीरसागर के खिलाफ खड़ा किया गया था. मधुरिमाराजे ने 4 नवंबर को अपना नामांकन वापस ले लिया था. मधुरिमाराजे के पति मालोजीराजे 2004 और 2009 के बीच कोल्हापुर उत्तर से विधायक रह चुके हैं. वे पूर्व मंत्री दिवंगत दिग्विजय खानविलकर की बेटी हैं.
वहीं उनके बेटे भाई युवराज संभाजीराजे की खुद की पार्टी है, वे अन्य छोटे दलों और किसानों समूहों के साथ तीसरे मोर्चे का हिस्सा हैं. कुछ विधानसभा सीटों पर उनका प्रभाव भी है. कांग्रेस नेता राजेश लाटकर की विरोध के बावजूद मधुरिमाराजे को पार्टी ने टिकट दिया था. इसकी वजह से राजेश लाटकर निर्दलीय मैदान में उतरे. मधुरिमाराजे के नामांकन वापस के बाद कांग्रेस को शर्मिंदगी उठानी पड़ी और उन्हें निर्दलीय लाटकर को समर्थन देना पड़ा.
समरजीत सिंह घाटगे कागज सीट से मैदान में
वहीं कोल्हापुर के राजघराने से ताल्लुक रखने वाले समरजीत सिंह घाटगे को कागज सीट से मैदान में उतारा गया है. वे उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की एनसीपी से उम्मीदवार मंत्री हसन मुश्रीफ के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. घाटगे प्रतिष्ठित राजर्षि छत्रपति शाहू महाराज के परिवार से हैं.
धर्मरावबाबा अत्राम बेटी के खिलाफ लड़ रहे चुनाव
आदिवासी बहुल इलाके गढ़चिरौली जिले की अहेरी सीट पर शाही परिवार के तीन सदस्य खड़े हैं, जिससे मामला त्रिकोणीय हो गया है. एनसीपी के मंत्री धर्मरावबाबा अत्राम शरद पवार की एनसीपी से चुनाव लड़ रही अपनी बेटी भाग्यश्री हल्गेकर अत्राम के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं. वहीं पूर्व मंत्री और राजघराने से संबंध रखने वाले अंबरीशराव आत्राम निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.
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