Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र (Maharashtra) के राज्यपाल के फ्लोर टेस्ट के आदेश के खिलाफ शिवसेना (Shiv Sena) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का रुख किया है. पार्टी के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर कर महाराष्ट्र के राज्यपाल के उस निर्देश को चुनौती दी है जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री को महाविकास अघाड़ी सरकार को बहुमत साबित करने के लिए कल विधानसभा में शक्ति परीक्षण कराने का निर्देश दिया था.
शिवसेना की तरफ से ये अधिवक्ता होंगे पेश
फ्लोर टेस्ट के राज्यपाल के निर्देश के खिलाफ शिवसेना की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में चर्चा होने की संभावना है. वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ अभिषेक मनु सिंघवी राज्यपाल के फ्लोर टेस्ट के निर्देश के खिलाफ शिवसेना के मुख्य सचेतक की याचिका का को अदालत में पेश कर सकते हैं. बता दें कि राज्यपाल ने विधानसभा सचिव को पत्र लिखकर कल सुबह 11 बजे फ्लोर टेस्ट के लिए इंतजाम करने को कहा है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने और सदन में बहुमत साबित करने को कहा है.
फ्लोर टेस्ट के फैसले पर बोले संजय राउत
वहीं इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने सामने आकर कहा है कि हम महाराष्ट्र के राज्यपाल के फ्लोर टेस्ट के लिए बुलाने के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह एक गैरकानूनी गतिविधि है, क्योंकि हमारे 16 विधायकों की अयोग्यता का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. उन्होंने यह भी कहा कि राज्यपाल को बस इसी पल का इंतजार था. आगे उन्होंने कहा कि संविधान की धज्जियां उड़ रही हैं, सुप्रीम कोर्ट को दखल देना चाहिए. महाराष्ट्र में अगर आप गैरकानूनी काम करेंगे तो जनता देख रही है.