BMC Election: बीएमसी चुनाव अकेले लड़ेगी शिवसेना UBT! जानें क्या है प्लान और कब होंगे चुनाव?
BMC Poll: 1995 में शिवसेना बीजेपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र की सत्ता में आई. तब से लेकर अब तक 12 मेयर मुंबई नगरपालिका (BMC) में बने. सभी मेयर शिवसेना के ही बने.जानें इस बार क्या होगा?
BMC Election News: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में महायुति की प्रचंड जीत के बाद से महाविकास अघाड़ी में शामिल दलों के बीच इसको लेकर सियासी घमासान की स्थिति है. जबकि बीएमसी चुनाव को लेकर भी सरगर्मी बढ़ गई है. यही वजह है कि विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद शिवसेना उद्धव ठाकरे नजर अब बृहन्मुंबई नगर पालिका (बीएमसी इलेक्शन) चुनाव पर है. इस बीच चर्चा यह है कि शिवसेना यूबीटी एमवीए में सहयोगी कांग्रेस से अलग होकर चुनाव मैदान में उतरेगी.
दरअसल, बीएमसी को शिवसेना का हमेशा से गढ़ माना जाता रहा है. यदि महायुति से बीएमसी का चुनाव हारते तो असली शिवसेना की लड़ाई में वे उद्धव ठाकरे काफी पीछे हो जाएंगे.
1995 में शिवसेना बीजेपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र की सत्ता में आई. 1996 में बीएमसी के चुनाव हुए, जहां पर शिवेसना ने जीत हासिल की. तब से लेकर अब तक 12 मेयर मुंबई नगरपालिका में बने हैं. सभी मेयर शिवसेना के ही बने. इस लिहाज से शिवसेना यूबीटी के सामने बीएमसी पर कब्जा बरकरार रखना सबसे बड़ी चुनौती है. ऐसा इसलिए कि बीएमसी जीतने में शिंदे शिवसेना कामयाब होती है तो उद्धव के लिए संगठन बचाना भी मुश्किल हो जाएगा.
क्या है कि शिवसेना यूबीटी रणनीति?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एमवीए की हार के बाद विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष और उद्धव के करीबी अंबादास दानवे ने कांग्रेस खुलेआम कांग्रेस पर इसके लिए हमला बोला है. दानवे का दावा है कि कांग्रेस के अति आत्मविश्वास की वजह से एमवीए चुनाव हार गई. अंबादस दानवे आगे कहा कि चुनाव से पहले ही कांग्रेसी मंत्री पद के लिए कोर्ट-पैंट सूट-बूट सिलवाने लगे थे.
इस बीच शिवसेना यूबीटी के रुख के कांग्रेस को लेकर एक और बदलाव देखने को मिला है. उद्धव ठाकरे की पार्टी ने इंडिया गठबंधन में नेता पद के लिए सीएम ममता बनर्जी की दावेदारी को अपना समर्थन दे दिया है. मुंबई के सियासी गलियारों में इस बात को लेकर भी सिसायी चर्चा चरम पर है. लोग यह पूछने लगे हैं कि क्या कांग्रेस और शिवसेना यूबीटी वाले बीएमसी चुनाव अलग-अलग लड़ेंगे?
बता दें कि बीएमसी चुनाव 2022 से टल रहे हैं. बीएमसी और ठाणे नगर निगम चुनाव 2017 में शिवसेना का ही दबदबा देखने को मिला था. ठाणे की 131 सीटों में सी 67 पर शिवसेना को जीत मिली थी.
अब सियासी माहौल अलग है. शिवसेना दो गुटों में बंटी है. हाल ही में संपन्न महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुंबई में उद्धव ठाकरे की शिवसेना के 10 विधायकों को जीत मिली है. डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना के 6 विधायकों को जीत मिली है. वहीं ठाणे में शिवसेना यूबीटी का सूपड़ा साफ हो गया है. ऐसे में अहम सवाल यह है कि क्या उद्धव ठाकरे बीएमसी में पार्टी की सत्ता बचा पाएंगे?