Exclusive: 'उद्धव ठाकरे जब ग्राउंड पर उतरेंगे तो इनको...', श्रीकांत शिंदे का शिवसेना यूबीटी पर पलटवार
Lok Sabha Elections: महाराष्ट्र में कल्याण सीट से शिवसेना के उम्मीदवार श्रीकांत शिंदे ने शिवसेना यूबीटी पर हमला बोलते हुए कहा कि कीचड़ में पत्थर फेंकने से गंदगी हमारे हाथ में लगेगी.
Shrikant Shinde Exclusive: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पक्ष और विपक्ष के बीच जुबानी जंग जारी है. इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे और कल्याण सीट से शिवसेना के उम्मीदवार श्रीकांत शिंदे ने शिवसेना (यूबीटी) के नेताओं पर जमकर हमला बोला है. एबीपी न्यूज़ के साथ खास बातचीत में श्रीकांत शिंदे ने उद्धव ठाकरे समेत उनकी पार्टी के दूसरे नेताओं पर तंज कसा है. उन्होंने कहा, ''मोदी जी का नाम नहीं लेते तो चुनकर नहीं आते अब औरंगजेब के नाम पर वोट मांग रहे हैं.''
कल्याण सीट से शिवसेना प्रत्याशी और मौजूदा सांसद श्रीकांत शिंदे ने हमला बोलते हुए कहा, ''बाप, बेटा और प्रवक्ता रोज सुबह उठकर सबसे पहले लोगों को गाली देने का काम करते है. हमें अच्छे संस्कार मिले हैं, गाली हमें भी आती है लेकिन हमारे ऐसे संस्कार नहीं हैं.''
श्रीकांत शिंदे ने आगे कहा, ''संजय राउत दिन की शुरुआत ही गाली देने से करते हैं. अब इनकी पार्टी और वो औरंगजेब के संस्कारों उसकी नीति से चलते हैं. हिंदू शब्द बोलने की इनकी हिम्मत नहीं होती है. इनके मुंह पर लगाम नहीं है. गाड़ने की बात करने वाले अपनी औकात देखकर बात करें. लोगों को अपना लेवल समझ आ जाएग. 4 जून तक इनको जो बोलना है बोलने दीजिए. 70 साल तक इनके मुंह से राम का नाम नहीं निकला. दरअसल. इनको खुद के शुद्धिकरण की बहुत ज़रूरत है.
अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी पर तंज
कल्याण सीट से शिवसेना प्रत्याशी श्रीकांत शिंदे ये भी कहा, ''इंडिया गठबंधन सिर्फ सत्ता पाने के लिए बना है. राहुल कभी नहीं बोलेंगे कि AAP के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को पीएम बनाओ और केजरीवाल कभी नहीं बोलेंगे कि राहुल गांधी को पीएम पद दो . इनका हाल उस विज्ञापन की तरह है, जिसमें पूछते हैं सब दूल्हा कौन है?
श्रीकांत शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर क्या बोला?
उन्होंने आगे कहा, '' शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे सहनुभूति के बबल में रहते है. उन्होंने एक काल्पनिक बात बनाई है. चुनाव जीतने के लिए किसी से भी गठबंधन कर रहे है. दाऊद से जुड़े मंत्री नवाब मलिक, 1993 ब्लास्ट के अपराधी मूसा को प्रचार में उतार रहे हैं. उद्धव ठाकरे जब ग्राउंड पर उतरेंगे तो इनको रियलिटी पता चलेगी. सब सच बाहर आएगा. जब इनको पता चलेगा कोविड बॉडी बैग, 300 ग्राम की खिचड़ी की जग पर 100 ग्राम दिया और 200 ग्राम खुद खा गए.
उद्योगपतियों के घर पर जेलेटिन लगाने का काम किया. जेलेटीन लगाने वालों का बचाव किया. कोरोना के दौरान भ्रष्टाचार करने वालों को सहानुभूति नहीं मिलेगी.
हम विकास के नाम पर चुनाव लड़ रहे- श्रीकांत शिंदे
श्रीकांत शिंदे ने कहा कि हम सिर्फ विकास के नाम पर चुनाव लड़ रहे हैं. 10 साल में पीएम के नेतृत्व में काम किया है. रेलवे, रोड और सड़कों को लेकर कल्याण लोकसभा में काम किया है. मेरा चुनाव क्षेत्र में बहुत कम एरिया में ज्यादा लोग रहते हैं.
श्रीकांत शिंदे का आदित्य ठाकरे पर हमला
श्रीकांत शिंदे ने शिवसेना (यूबीटी) नेता और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा, ''बहुत लोग (आदित्य ठाकरे) ने 7 से 8 घंटे घूमे, उनको लगा कि उन्हें लोगों का रिस्पॉन्स मिलेगा लेकिन उनको अब जमीनी हकीकत समझ में आ रहा है. इसलिए अब प्रचार के लिए भी लोग नहीं आ रहे हैं. मैं चुनाव में किसी को कम नहीं समझता. ओवर कॉन्फिडेंस में जाना नहीं चाहिए. भूतकाल में उसका उदाहरण है.''
'हम हिंदुत्व के विचार लेकर आगे बढ़ रहे'
श्रीकांत शिंदे ने कहा, ''मुझे लगता है ऐसे लोगों के बारे में बात न करे तो अच्छा, कीचड़ में पत्थर फेंकने से गंदगी हमारे हाथ में लगेगी. महाराष्ट्र में बहुत होशियार लोग हैं, उन्हें पता है कि यहां कौन क्या बोलता है. संजय राउत उनकी पार्टी को खत्म करने का काम कर रहे हैं, बल्कि वो हमारी ही मदद ही कर रहे हैं. उनकी पार्टी में हम दो हमारे दो ही बचेंगे. हम हिंदुत्व के विचार लेकर आगे बढ़ रहे हैं. 15 सीट ताकत से लड़ रहे हैं. रोज कई लोग हमारी पार्टी से जुड़े रहे जिनके साथ उन्होंने धोखा किया और गद्दारी की है. लोगो का विश्वास हमारे साथ है.
इंडिया गठबंधन को लेकर क्या बोले श्रीकांत शिंदे?
श्रीकांत शिंदे ने इंडिया गठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा, 'इनका तो एक दूसरे के साथ ताल मेल नहीं है. इंडिया गठबंधन में सब को पीएम बनना है. जो राम मंदिर इनको कभी पसंद नहीं आया, 500 साल लोगों को इंतजार करना पड़ा. 70 साल तक इनके मुंह से राम का नाम नहीं निकला. लोग बहुत होशियार हैं.
उन्होंने आगे कहा, '' लोग 10 सालों के काम को देखकर वोट देंगे. जो लोग राहुल गांधी को भी वोट देना चाहते हैं, बूथ पर एक चेहरा राहुल गांधी और दूसरा नरेंद्र मोदी का देखकर समझ जाते हैं कि वोट का हकदार कौन है. इंडिया गठबंधन सिर्फ सत्ता पाने के लिए बना है.