Maharashtra: कोरोना महामारी के बीच महाराष्ट्र सरकार ने हासिल किया ये मुकाम, अति गंभीर कुपोषित बच्चों की संख्या में आई कमी
Maharashtra: महाराष्ट्र में 2019 और 2021 के बीच, ‘अति गंभीर कुपोषित’ बच्चों की संख्या में गिरावट देखने को मिली है. कोविड-19 महामारी और उससे उपजी समस्याओं के बावजूद यह उपलब्धि हासिल हुई है.
Maharashtra: महाराष्ट्र (Maharashtra) में 2019 और 2021 के बीच, ‘अति गंभीर कुपोषित’ (Severe Malnutrition) बच्चों की संख्या में गिरावट देखने को मिली है. कोविड-19 (Covid19) महामारी (Pandemic) और उससे उपजी समस्याओं के बावजूद यह उपलब्धि हासिल हुई है.
महाराष्ट्र विधान परिषद (Maharashtra Legislative Council) में दिए गए एक लिखित जवाब में महिला एवं बाल विकास मंत्री (Minister of Women and Child Development) यशोमति ठाकुर (Yashomati Thakur) ने बताया कि राज्य में दिसंबर 2019 में एसएएम बच्चों की संख्या 95,978 थी जो 2020 में घटकर 89,151 रह गई. गत वर्ष दिसंबर में यह संख्या और कम हो कर 81,904 रह गई.
ठाकुर ने कहा, “महाराष्ट्र सरकार ने छह महीने और छह साल के मध्यम (एमएएम) और अति गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान के लिए अगस्त 2021 में एक अभियान चलाया था. हमने पाया कि एमएएम श्रेणी के 97,876 बच्चे हैं और एसएएम श्रेणी में 16,914 बच्चे हैं.” मंत्री ने कहा कि 18,914 बच्चों में से 1,578 को को पोषण पुनर्वास केंद्रों में भर्ती किया गया क्योंकि वे कुपोषण के कारण गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे.
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