Money Laundering Case: पीएमएलए की एक विशेष अदालत ने सोमवार को एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक की जेल में बिस्तर, गद्दे और कुर्सी की याचिका को स्वीकार कर लिया. उनके वकीलों ने उनकी उम्र और बीमारियों का हवाला दिया था. इससे पहले भी जब नवाब मलिक ईडी की हिरासत के दौरान भी अस्पताल में भर्ती कराए गए थे. ऐसा कहा जा रहा था कि उन्हें कमर दर्द की शिकायत है. अब इसी के चलते वो अदालत पहुंचे थे जहां कोर्ट ने थोड़ी राहत देते हुए उन्हें बेड, गद्दे और कुर्सी की इजाजत दे दी है. 


लगे हैं गंभीर आरोप


मलिक को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी दाऊद इब्राहिम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी 4 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मलिक के कुर्ला संपत्ति सौदे की जांच कर रहा है, जहां 1999-2003 में कुर्ला में 3 एकड़ के भूखंड के लिए अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर को भुगतान किया गया था.


इसने आरोप लगाया कि कुर्ला भूमि मुनीरा प्लंबर की थी और पारकर ने एक जाली पावर ऑफ अटॉर्नी के माध्यम से अधिग्रहण किया था, जिसने पारकर के ड्राइवर और अंगरक्षक सलीम पटेल को जमीन बेचने का अधिकार दिया था. ईडी ने आरोप लगाया कि मलिक के परिवार के सदस्यों की कंपनी सॉलिडस इनवेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के जरिए मलिक द्वारा हड़पी गई संपत्ति का मौजूदा बाजार मूल्य 300 करोड़ रुपये है. 2014 में पारकर का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया.


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