No Confidence Motion: संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा जैसे-जैसे बढ़ रही है, यह दिलचस्प होती जा रही है. विपक्षी पार्टियां जहां मोदी सरकार की खामियां गिनाकर हमले कर रही है तो सत्तारूढ़ एनडीए (NDA)N के नेता भी सरकार का पक्ष रख रहे हैं. इस बीच ऐसा मौका आया जब शिवसेना (Shiv Sena) के एक सांसद सदन में हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) पढ़ने लगे. हनुमान चालीसा पढ़ने वाले सांसद का नाम श्रीकांत एकनाथ शिंदे (Shrikant Eknath Shinde) है जो कि महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के बेटे और कल्याण से सांसद हैं.
संसद में जब श्रीकांत शिंदे को बोलने का मौका दिया तो वह महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी पर हमला करने से नहीं चूके और यहां तक कह दिया कि उद्धव ठाकरे के गुट वाली शिवसेना ने महाराष्ट्र की जनता के साथ धोखा किया है. श्रीकांत ने कहा, ''य़हां किसी ने सोचा नहीं होगा कि कांग्रेस का शिवसेना (यूबीटी) के साथ गठबंधन होगा. लोगों ने भी सोचा नहीं था, लेकिन लोगों के साथ गद्दारी करने का काम सही मायने में उन्होंने किया जिन्होंने सरकार बनाई. 13 करोड़ लोगों और वोटरों के साथ गद्दारी की गई.''
...और हनुमान चालीसा पाठ करने लगे श्रीकांत
श्रीकांत ने आगे कहा, ''हमने तो बालासाहेब के विचार को आगे ले जाने का काम किया. इतना ही नहीं इन्होंने समाजवादी पार्टी के साथ भी गठबंधन किया जिन्होंने कारसेवकों पर गोलियां चलाई थीं. आज महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा पढ़ने पर भी रोक लगा दी गई.मुझे पूरी हनुमान चालीसा आती है.'' इतना कहते ही श्रीकांत सदन में ही हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे. सत्तापक्ष के सांसद उनका उत्साह बढ़ाते दिखे. हालांकि वह तब रुके जब उन्हें चेयर की तरफ से टोका गया और कहा गया कि वह अपनी बात जल्दी पूरा करें.
यूपीए से विपक्ष को आती है शर्म- श्रीकांत
वहीं, अविश्वास प्रस्ताव लाने पर शिंदे ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा, ''आपके खिलाफ तो जनता दो बार अविश्वास प्रस्ताव पास कर चुकी है. अब 2024 में जनता हैट्रिक करने जा रही है. इन्होंने अपना नाम यूपीए की जगह इंडिया अलायंस कर दिया है. इनको लगता है कि इंडिया नाम रखने से भारत के लोग इनके साथ हो जाएंगे. इनको यूपीए के नाम से शर्म आती है क्योंकि यूपीए का नाम सुनते ही स्कैम और भ्रष्टाचार याद आते हैं लोगों को. यह एनडीए वर्सेज इंडिया की लड़ाई नहीं है बल्कि स्कीम वर्सेज स्कैम की लड़ाई है.''
हनुमान चालीसा को लेकर महाराष्ट्र में हुआ था विवाद
उल्लेखनीय है कि पिछले साल निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने उद्धव ठाकरे के मातोश्री आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की चुनौती दी थी जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. यह तब हुआ था जब महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार थी. राणा की गिरफ्तारी ने तूल पकड़ लिया और जगह-जगह प्रदर्शन भी हुए थे.
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