Maharashtra News: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार (Ajit Pawar) की पत्नी सुनेत्रा पवार (Sunetra Pawar) ने गुरुवार को राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया. इस दौरान उनके साथ एनसीपी के राज्यसभा सांसद नेता प्रफुल्ल पटेल, महाराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल और सांसद सुनील तटकरे मौजूद थे. हालांकि महायुति के सहयोगी शिवसेना और बीजेपी का कोई नेता विधान भवन में इस दौरान मौजूद नहीं था.


हालांकि, सुनील तटकरे ने यह कहा था कि महायुति के नेताओं की बातचीत के बाद ही सुनेत्रा के नाम की घोषणा की गई है. लेकिन सहयोगी दलों के नेताओं की गैरमौजूदगी के कई मायने निकाले जा रहे हैं.


सुनील तटकरे ने कहा था कि सुनेत्रा के नाम की घोषणा से पहले डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और सीएम एकनाथ शिंदे से बात हुई थी. सुनेत्रा हाल ही में लोकसभा चुनाव में अपनी ननद सुप्रिया सुले से बारामती सीट पर लोकसभा चुनाव हार गई हैं. वहीं, नामांकन के दौरान सुनेत्रा के साथ मौजूद रहे छगन भुजबल ने कहा कि वह भी चुनाव लड़ने के इच्छुक थे लेकिन वह सुनेत्रा के नामांकन से नाराज नहीं है क्योंकि यह पार्टी का सामूहिक निर्णय था. भुजबल ने कहा, ''एनसीपी ने सुनेत्रा पवार को राज्यसभा चुनाव के लिए मैदान में उतारने का निर्णय लिया. मैं भी चुनाव लड़ने का इच्छुक था लेकिन बुधवार शाम को हुई बैठक में सुनेत्रा के नाम पर मुहर लगी.'' 


पीयूष गोयल, उदयनराजे के चुनाव जीतने पर खाली हुई सीट
बता दें कि राज्यसभा सचिवालय ने ऊपरी सदन के लिए 10 सीटों पर चुनाव की अधिसूचना जारी की है. असम, बिहार और महाराष्ट्र में दो-दो, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान और त्रिपुरा में एक-एक सीट के लिए चुनाव होना है.  महाराष्ट्र से पीयूष गोल और उदयनराजे भोंसले राज्यसभा सांसद थे. इनकी सीट खाली हो गई है. दोनों ही बीजेपी की टिकट से लोकसभा से निर्वाचित हुए हैं. 


सुनेत्रा का नामांकन सामूहिक फैसला- भुजबल
 वहीं, जब भुजबल से पूछा गया कि क्या बड़ा पद केवल एक परिवार को जा रहा है? इस पर छगन भुजबल ने कहा कि अजित पवार ने सुनेत्रा के नामांकन का फैसला नहीं किया है. पार्टी की कोर टीम ने यह फैसला किया है. यह एक सामूहिक फैसला है. 


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