Maharashtra: सुप्रीम कोर्ट की 'लोकतंत्र की हत्या' टिप्पणी पर संजय राउत बोले- 'संज्ञान से क्या होता है, महाराष्ट्र में भी...'
Supreme Court: उद्धव गुट के शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत का एक बयान सामने आया है जहां उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की "लोकतंत्र की हत्या" टिप्पणी पर अपना जवाब दिया है.
Supreme Court on Chandigarh Mayor Election: चंडीगढ़ मेयर चुनाव के संबंध में सुप्रीम कोर्ट की "लोकतंत्र की हत्या" टिप्पणी पर, शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत कहते हैं, "संज्ञान लेने से क्या होता है? महाराष्ट्र में भी संज्ञान लिया गया था. लोकतंत्र की हत्या सबसे पहले महाराष्ट्र में हुई... क्या किया सुप्रीम कोर्ट क्या करता है? विधानसभा अध्यक्ष ने उसकी (एससी) बात नहीं सुनी और गलत फैसला दिया और असंवैधानिक सरकार स्थापित कर दी, अब हम देखेंगे कि सुप्रीम कोर्ट आगे क्या करने जा रहा है.''
SC ने क्या कुछ कहा था?
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को चंडीगढ़ नगर निगम (सीएमसी) के मेयर चुनाव के लिए नियुक्त रिटर्निंग ऑफिसर से कहा, "हम इस तरह लोकतंत्र की हत्या नहीं होने देंगे." 'इंडिया' गठबंधन के मेयर पद के उम्मीदवार कुलदीप कुमार द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने कड़े शब्दों में कहा: "कृपया अपने रिटर्निंग अधिकारी को बताएं कि सुप्रीम कोर्ट उन पर नज़र रख रहा है." पीठ में न्यायमूर्ति जे.बी. पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा भी शामिल थे. कुमार ने पीठासीन अधिकारी पर मतगणना प्रक्रिया में धोखाधड़ी और जालसाजी का सहारा लेने का आरोप लगाया था.
सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद कोर्ट ने क्या कहा?
आम आदमी पार्टी (आप) पार्षद का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी द्वारा पेनड्राइव में दिए गए सीसीटीवी फुटेज को देखने के बाद पीठ ने कहा: "यह लोकतंत्र का मजाक है. लोकतंत्र की हत्या हो रही है. क्या यह एक रिटर्निंग अधिकारी का व्यवहार है, जो कैमरे की ओर देखता है और मतपत्र को विकृत करता है?" पीठ ने कहा, "यह स्पष्ट है कि उसने मतपत्रों को विकृत कर दिया. इस व्यक्ति पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए."