Maharashtra Political Crisis: सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार (17 फरवरी) को महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष के मुद्दे को 7 सदस्यीय संविधान पीठ को सौंपने की ठाकरे समूह की मांग को खारिज कर दिया. साथ ही अगली सुनवाई 21 फरवरी को तय की है. इसके बाद कई तरह की राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. राज्य के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने भी प्रतिक्रिया दी है और अपनी राय व्यक्त की है. वे शुक्रवार (17 फरवरी) को नागपुर में पत्रकार वार्ता में बोल रहे थे.


क्या बोले देवेंद्र फडणवीस?
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि राबिया मामले के फैसले पर पुनर्विचार के लिए मामले को 7 जजों की बेंच को रेफर करने की मांग सराहनीय नहीं है. हम इस मामले को गुण-दोष के आधार पर सुनेंगे. अदालत ने यह भी उल्लेख किया कि उसके बाद हम तय करेंगे कि अंतिम फैसला देना है या इसे 7-न्यायाधीशों की संविधान पीठ को भेजना है."


लगाए ये आरोप
"उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने समय बचाने के लिए की 7 जजों की संविधान पीठ की मांग की थी. हमने यह भी सोचा कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना समय बर्बाद करने के लिए 7-न्यायाधीशों की संविधान पीठ की मांग कर रही है. देरी की उनकी नीति थी कि पूरे एक साल तक रिजल्ट नहीं आना चाहिए. यह रिजल्ट उसी तर्ज पर आया है. देवेंद्र फडणवीस ने कहा, अब नियमित सुनवाई के बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा.


राउत के आरोप पर फडणवीस का जवाब
देवेंद्र फडणवीस ने संजय राउत के इस आरोप पर कहा कि 'मैंने जेल में लोगों को मारने की साजिश रची थी', 'संजय राउत कोई भी आरोप लगा सकते हैं. संजय राउत दिन में तीन बार आरोप लगाते हैं. उन्हें शाम को याद नहीं रहता कि सुबह क्या आरोप लगाया गया था. तो मैं इसका क्या जवाब दूं.''


ये भी पढ़ें: Shiv Sena Party Symbol Row: 'एक नाजायज सरकार कब तक चलनी चाहिए', संजय राउत का सवाल, कहा- संविधान पीठ को लेना होगा फैसला