Maharashtra Politics: एनसीपी नेता और विधायक नवाब मलिक को सुप्रीम कोर्ट ने स्वास्थ्य आधार पर जमानत दे दी है. मलिक को दो महीने की जमानत दी गई है. नवाब मलिक को 23 फरवरी 2022 को अंडरवर्ल्ड और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया था. हालांकि, मलिक क्रोनिक किडनी रोग से पीड़ित हैं. मलिक को इलाज के लिए दो महीने की जमानत दी गई है. पिछले महीने एनसीपी पार्टी में फूट पड़ गई थी. इसके बाद दो गुट बने जिसमें एक गुट अजित पवार का है और दूसरा शरद पवार का है. हालांकि मालिक के जाने से पहले एनसीपी एकजुट थी. अब बड़ा सवाल ये खड़ा हो रहा है कि नवाब मालिक एनसीपी में किस गुट का समर्थन करेंगे. 


नवाब मालिक से सुप्रिया सुले ने की मुलाकात
एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले (शरद पवार गुट की कार्यकारी अध्यक्ष) और कई कार्यकर्ताओं ने नवाब मालिक से मुलाकात की. इस मौके पर सुप्रिया सुले ने मीडिया से बात की. मीडिया प्रतिनिधियों ने सांसद सुले से पूछा कि नवाब मलिक अब किस गुट में शामिल होने जा रहे हैं? उस पर सुप्रिया सुले ने कहा, मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. मैं यहां एक पार्टी या राजनेता के रूप में नहीं बल्कि अपने बड़े भाई से मिलने आई हूं. मेरे भाई को न्याय मिले इसलिए मैं यहां उनसे मिलने आई हूं.'


अजित गुट में जश्न में तैयारी?
इस बीच कहा जा रहा है कि अजित पवार के गुट के कार्यकारी अध्यक्ष नरेंद्र राणे ने कार्यकर्ताओं को नवाब मलिक के स्वागत के लिए बुलाया है. वहीं, चर्चा है कि हाल ही में नवाब मलिक की बेटी सना मलिक और कैप्टन मलिक ने अजित पवार से मुलाकात की थी.


एकनाथ खडसे का बीजेपी पर निशाना
इस बीच नवाब मलिक को बीजेपी की ओर से ऑफर दिए जाने की चर्चा है. एनसीपी नेता एकनाथ खडसे से रविवार (13 अगस्त) को मीडिया प्रतिनिधियों ने एक सवाल पूछा. इस पर खडसे ने कहा, यह कहानी तो समय ही बता सकता है. लेकिन एक बात तो तय है कि अगर नवाब मलिक बीजेपी में जाते हैं तो वहां जाकर वो बेदाग निकल आएंगे. तो कभी न कभी बीजेपी उन्हें ऑफर दे सकती है. क्योंकि बीजेपी के पास लोगों को साफ करने की मशीन है.


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