Opposition MPs Suspended: NCP सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, "ये लोकतंत्र की हत्या है और संविधान का अपमान है. ये देश संविधान से चलता है. जिस तरह से 140 सांसदों को निकाला गया है ये गलत है. मैं इसका निषेध करती हूं. ऐसा लग रहा है कि इस देश में इमरजेंसी है. बता दें, मनीष तिवारी, शशि थरूर, सुप्रिया सुले, डिंपल यादव, फारूक अब्दुल्ला, कार्ति चिदंबरम, सुदीप बंदोपाध्याय, दानिश अली, राजीव रंजन सिंह सहित कई लोकसभा सांसदों को सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया.


सुप्रिया सुले ने साधा था निशाना
बारामती से सांसद सुप्रिया सुले और शिरूर से सांसद अमोल कोल्हे ने मंगलवार को लोकसभा से अपने निलंबन पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे भारत के संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में "काला दिन" बताया. सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, “आज एक काला दिन है. बीजेपी सरकार ने 49 लोकसभा सांसदों को निलंबित कर दिया है, जिसमें मेरे सहित कुल 141 सांसद शामिल हैं, केवल चर्चा की मांग करने के लिए - चाहे वह सुरक्षा उल्लंघन पर हो या प्याज की कीमतों में वृद्धि पर हो.


क्या बोलीं सांसद सुले?






देश के सामने मौजूद गंभीर मुद्दों के प्रति जवाबदेही से बचने के लिए सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि "आज और कल के कामकाज की सूची में ऑरवेलियन विधेयकों को सुचारू रूप से पारित करने को सुनिश्चित करने के लिए निलंबन जारी किया गया है."


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