Maharashtra: अजित पवार गुट को झटका देने के लिए सुप्रिया सुले का बड़ा कदम, जानें- ऐसा क्या किया?
Maharashtra Politics: एनसीपी नेता और बारामती से सांसद सुप्रिया सुले और सुनील तटकरे इन दिनों एक-दूसरे के आमने सामने आ गए हैं. दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ अय़ोग्यता की याचिका दाकिल की है.
Mumbai News: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की सांसद सुप्रिया सुले (Supriya Sule) और पार्टी के अजित पवार Ajit Pawar) धड़े के सांसद सुनील तटकरे (Sunil Tatkare) ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) को पत्र लिखकर एक-दूसरे के खिलाफ अयोग्यता की कार्रवाई में तेजी लाने का आग्रह किया है. सुले ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने 4 जुलाई को एक अयोग्यता याचिका दायर की थी, जिसमें संविधान की 10वीं अनुसूची के अनुसार तटकरे को सांसद के रूप में अयोग्य घोषित करने की मांग की गई थी.
सुले ने एक बयान में कहा, ‘‘चार महीने हो गए हैं लेकिन इस मुद्दे पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है.’’ उन्होंने उल्लेख किया कि सुप्रीम कोर्ट ने संविधान और लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए ऐसी याचिकाओं का समय पर समाधान करने का निर्देश दिया है. सुले ने बिरला को लिखे पत्र में कहा, ‘‘मैं याचिका पर फैसला लेने और देरी नहीं करने का अनुरोध करती हूं.’’ उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष के कार्यालय ने अभी तक तटकरे को नोटिस जारी नहीं किया है. सुप्रिया सुले ने ओम बिरला को लिखी चिट्ठी को शुक्रवार को 'एक्स' पर पोस्ट भी किया है.
तटकरे ने ओम बिरला से की यह अपील
उधर, तटकरे ने कहा कि उन्होंने भी लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष ऐसी ही याचिका दायर की है और उनसे सुले के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है. तटकरे ने कहा, ‘‘हमने अयोग्यता याचिकाएं दायर की हैं और अनुरोध किया है कि जल्द से जल्द फैसला लिया जाना चाहिए.’’ तटकरे ने कहा कि उन्होंने सुले, सतारा से लोकसभा सदस्य श्रीनिवास पाटिल और लक्षद्वीप से लोकसभा सदस्य मोहम्मद फैजल और राज्यसभा सदस्य फौजिया खान और वंदना चव्हाण के खिलाफ अयोग्यता याचिका दायर की है. एनसीपी प्रमुख शरद पवार के खिलाफ बगावत करते हुए अजित पवार के नेतृत्व वाले पार्टी के एक धड़े ने दो जुलाई को पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न पर दावा जताया था.