![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/Premium-ad-Icon.png)
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले BJP को झटका, पूर्व केंद्रीय मंत्री सूर्यकांता पाटिल ने छोड़ी पार्टी
Suryakanta Patil News: पूर्व सांसद सूर्यकांता पाटिल ने बीजेपी से शनिवार को इस्तीफा दे दिया. इस्तीफे की वजह अभी सामने नहीं आई है लेकिन माना जा रहा है वह लोकसभा का टिकट न मिलने से नाखुश थीं.
![महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले BJP को झटका, पूर्व केंद्रीय मंत्री सूर्यकांता पाटिल ने छोड़ी पार्टी Suryakanta Patil resigns from bjp after poor performance in maharashtra Assembly Election महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले BJP को झटका, पूर्व केंद्रीय मंत्री सूर्यकांता पाटिल ने छोड़ी पार्टी](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/22/21c91a986b72f76569a433e3ebdfbb7f1719073822680490_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Suryakanta Patil Quits BJP: महाराष्ट्र में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी (BJP) को बड़ा झटका लगा है. बीजेपी की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सूर्यकांता पाटिल (Suryakanta Patil) ने शनिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने 10 साल पहले ही बीजेपी ज्वॉइन की थी.
उन्होंने लोकसभा चुनाव में पार्टी से टिकट मांगा था और वह हिंगोली से चुनाव लड़ना चाहती थीं. हिंगोली सीट से चुनाव न लड़ पाने को लेकर उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी नाखुशी भी जाहिर की थी. अब उन्होंने बीजेपी को अलविदा कह दिया है. वह पूर्व में हिंगोली से सांसद रह चुकी हैं. बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए सूर्यकांता पाटिल ने लिखा, ''मैंने बीते 10 वर्षों में बहुत कुछ सीखा है, मैं पार्टी की आभारी हूं.'' सूर्यकांता पाटिल पहले शरद पवार की एनसीपी में थीं. उन्होंने 2014 में बीजेपी ज्वाइन की थी.
सीट साझेदारी में शिवसेना को मिली थी हिंगोली सीट
दरअसल, महायुति में सीट साझेदारी के तहत हिंगोली सीट एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना को मिली थी. आम चुनाव के दौरान बीजेपी ने सूर्यकांता को हडगांव हिमायतनगर विधानसभा क्षेत्र का चुनाव प्रमुख बनाया था. हालांकि शिवसेना हिंगोली सीट हार गई है और यह सीट उद्धव ठाकरे के गुट वाली पार्टी के पास चली गई.
बीजेपी का खराब प्रदर्शन रहा वजह?
सूर्यकांता पाटिल चार बार हिंगोली-नांदेड़ सीट पर सांसद रह चुकी हैं और एक बार वह यहां से विधायक भी रही हैं. वह यूपीए सरकार में ग्रामीण विकास राज्य मंत्री और संसदीय कार्य मंत्री रही थीं. इसके अलावा वह राज्यसभा की भी सांसद रह चुकी हैं. बता दें कि महाराष्ट्र में बीजेपी का प्रदर्शन 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में कमजोर रहा है. उसे इस बार कई सीटों का नुकसान झेलना पड़ा है. महाराष्ट्र में वह केवल 9 सीटें ही जीत पाई जबकि बीते चुनाव में उसने 20 से ज्यादा सीटें जीती थीं.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![डॉ. अमित सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/8c07163e9831617114971f5a698471b5.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)