Maharashtra News: महाराष्ट्र के ठाणे शहर में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने कथित तौर पर ऑनलाइन डेटिंग में 6.33 लाख रुपये गंवा दिए. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस साल 24 मई को 48 साल के एक व्यक्ति को फोन पर एक नंबर से मौसेज प्राप्त हुआ. इसमें ऑनलाइन डेटिंग का प्रस्ताव दिया गया था. उसने जब उस नंबर पर फोन किया तो एक व्यक्ति ने उसकी ऑनलाइन प्रोफाइल बनाने के लिए 38,200 रुपये मांगे. फोन उठाने वाले व्यक्ति ने अपना नाम दीपक बताया था.


6,33,626 रुपये की ठगी
चीताल्सर थाने के एक अधिकारी ने व्यक्ति की शिकायत के हवाले से बताया कि उससे कई मौकों पर आरोपी ने किसी न किसी बहाने से कुल 6,33,626 रुपये का भुगतान कराया. उन्होंने बताया कि पैसे देने के बाद जब पीड़ित को उसके फोन का कोई जवाब नहीं मिला तो उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.


पुलिस कर रही जांच
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता (IPC) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहत शुक्रवार को मामला दर्ज किया. उन्होंने बताया कि मामले में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है. उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है.


ठगों के अलग-अलग हथकंडे और उनसे कैसे करें बचाव
वहीं ठगों ने एक से एक अनोखे ठगी के हथकंडे निकाले हैं. अगर थोड़ी सी भी असावधानी बरती और आपने अपनी जानकारियां शेयर करने की गलती की तो आप ठगी के शिकार शिकार हो जाएंगे. इससे कैसे निपटा जाए हम आपको बता रहे हैं.


बैंक कॉल के नाम पर ठगी
बैंक की तरफ से फर्जी कॉल के नाम पर शातिर ठग लोगों से उनके खातों, एटीएम से संबंधित डिटेल्स मांगते हैं. वो आपको बताते हैं कि आपका अकाउंट या एटीएम बंद होने वाला है और अगर उसे जारी रखना है तो उनसे संबंधित जानकारियां उन्हें दे दें. अगर आपने उन्हें मांगी गई जानकारी साझा कर दी तो वो एक झटके में पूरा अकाउंट खाली कर देते हैं. सभी बैंक इस तरह की ठगी से लोगों को सावधान करने के लिए मैसेज के जरिए लोगों को बताते रहते हैं कि वह कभी भी फोन कॉल करके अपने ग्राहक से डिटेल्स नहीं मांगते हैं. इसलिए कभी भी इस तरह कॉल पर भरोसा करके जानकारियां साझा ना करें.


सोशल मीडिया अकाउंट हैक करके या डमी बनाकर
इस तरह की ठगी आजकल बहुत की जा रही है. ठगों के द्वारा किसी भी व्यक्ति के नाम का फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाया जा रहा है या फिर उनका अकाउंट हैक कर लिया जाता है. उसके बाद जिसके नाम से अकाउंट बनाया है या जिनका अकाउंट हैक किया है,उनके जानकारों को फ्रेंड लिस्ट में शामिल करके और मैसेज भेजकर सबको ज़रूरत की बात बोलकर उधार रुपए मांगते हैं. कुछ जानकार इस झांसे में आ जाते हैं और बिना सोचे-समझे पैसे दे देते हैं



यह भी पढ़ें:


Maharashtra Crime: मुंबई में लड़के ने 15 साल की लड़की का खींचा दुपट्टा, कोर्ट ने दी 3 साल जेल में रहने की सजा