The Kerala Story Reaction: फिल्म 'द केरला स्टोरी' को लेकर देश में विवाद जारी है. इस फिल्म को बीजेपी शासित राज्य में 'टैक्स फ्री' बनाया जा रहा है. दूसरी ओर, फिल्म को पश्चिम बंगाल में प्रतिबंधित कर दिया गया है. इसी तरह एनसीपी नेता विधायक जितेंद्र आव्हाड ने फिल्म 'द केरला स्टोरी' को लेकर सनसनीखेज बयान दिया है. जितेंद्र अवध ने कहा कि फिल्म निर्माता को फांसी दी जानी चाहिए.


क्या बोले एनसीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड?
जितेंद्र आव्हाड ने कहा, 'द केरला स्टोरी' फिल्म के नाम पर एक राज्य और उसकी महिलाओं को बदनाम किया गया. आधिकारिक आंकड़ा 3 महिलाओं का है, फिल्म में 32 हजार दिखाए गए हैं. जिसने भी इस फिल्म का निर्माण किया है उसे सार्वजनिक रूप से फांसी दी जानी चाहिए."


इस बीच, पहले ट्वीट करते हुए जितेंद्र आव्हाड ने कहा, “केरल के नाम पर रिलीज हुई फिल्म नकलीपन की चरम सीमा पर है. केरल में वास्तविक स्थिति अलग है. भारत में विदेशों से जो पैसा आता है, उसका 36 फीसदी हिस्सा केरल के नागरिक भेजते हैं. पिछले साल उन्होंने 2.36 लाख करोड़ रुपये भेजे थे. केरल की साक्षरता दर 96 फीसदी है, भारत की 76 फीसदी है."


जितेंद्र आव्हाड ने दिए आंकड़े
जितेंद्र आव्हाड ने जानकारी देते हुए कहा, “केरल में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले नागरिकों की संख्या 0.76 फीसदी है. देश में गरीबी रेखा से नीचे के नागरिकों की संख्या 22 फीसदी है. केरल में शिशु मृत्यु दर 6 फीसदी है. असम में यह 42 फीसदी है, जबकि उत्तर प्रदेश में यह 46 फीसदी है. केरल की प्रति व्यक्ति आय भारत की तुलना में 7 फीसदी अधिक है." 


फिल्म की कहानी को लेकर साधा निशाना
जितेंद्र आव्हाड ने कहा, “उस फिल्म में 32 हजार महिलाओं की कहानी बताई गई थी. फिल्म के प्रोड्यूसर ने खुद कहा कि ये कहानी सिर्फ 3 महिलाओं की है. दूसरे शब्दों में कहें तो आप अपनी महिला और बहनों को बदनाम करना चाहते हैं. हम दिखाना चाहते हैं कि हमारी बहनें बेवकूफ हैं.


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