Maharashtra: 'द केरला स्टोरी' की टीम ने महाराष्ट्र के मंत्री से की मुलाकात, मंगल प्रताप लोढ़ा बोले- 'अभी कोई पुलिस सुरक्षा नहीं...'
The Kerala Story: बाल विकास मंत्री मंगल प्रताप लोढ़ा ने कहा कि द केरला स्टोरी से भयानक साजिश का खुलासा हुआ है. उन्होंने महाराष्ट्र की महिलाओं से इस फिल्म को देखने की अपील की.
Maharashtra News: महाराष्ट्र सरकार में बाल विकास मंत्री मंगल प्रताप लोढ़ा ने बीजेपी नेता विनय सहस्त्रबुद्धे के साथ मुंबई में फिल्म 'द केरला स्टोरी' के निर्माता विपुल शाह, फिल्म की मुख्य अभिनेत्री अदा शर्मा से मुलाकात की. लोढ़ा ने कहा कि मुंबई पुलिस ने उन्हें उनकी सुरक्षा का आश्वासन दिया है. फिल्म निर्माताओं ने कहा कि उन्हें अभी कोई पुलिस सुरक्षा नहीं चाहिए और पुलिस उनके संपर्क में है. लोढ़ा ने कहा कि द केरला स्टोरी से भयानक साजिश का खुलासा हुआ है. उन्होंने कहा कि लड़कियों को साजिश से बचाने के लिए फिल्म बनाने वालों में में बधाई देता हूं. उन्होंने महाराष्ट्र की माताओं और बहनों से इस फिल्म को देखने की अपील की.
रिलीज होते ही विवादों से घिरी फिल्म
5 मई को रिलीज होने के बाद से ही यह फिल्म विवादों से घिर कई है. यह फिल्म केरल की उन महिलाओं पर आधारित है जिन्होंने इस्लाम धर्म अपना लिया और आतंकवादी संगठन आईएसआईएस में शामिल हो गईं. फिल्म में पहले बताया गया था कि ऐसा करने वालों में लगभग 32 हजार महिलाएं शामिल हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर इस आंकड़े को लेकर हुए विरोध के बाद इस संख्या में संशोधन कर इसे 3 हजार किया गया. कई दलों ने फिल्म के जरिए लव जिहाद एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए इसकी आलोचना की है.
यूपी और मध्य प्रदेश में किया गया ट्रैक्स फ्री, पश्चिम बंगाल में लगाया गया बैन
बीजेपी शासित राज्य यूपी और मध्य प्रदेश में जहां इस फिल्म को टैक्स फ्री किया गया है वहीं पश्चिम बंगाल में इस फिल्म के प्रदर्शन पर बैन लगा दिया गया है. सोमवार को राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रदेश की कानून व्यवस्था के खतरे का हवाला देते हुए इस फिल्म को राज्य में बैन करने का आदेश दिया था. विपक्षी दलों का कहना है कि फिल्म में केरल की महिलाओं के इस्लाम में धर्मांतरण और फिर उनके ISIS में शामिल होने के बारे में झूठ फैलाया गया है.
तमिलनाडु में भी इस फिल्म को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. तमिलनाडु के थिएटर और मल्टीप्लेक्स मालिकों के संगठन ने रविवार को इस फिल्म को थिएटरों में चलाने से इंकार कर दिया. वहीं बीजेपी ने इस मामले पर तमिलनाडु की डीएमके और पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को घेरते हुए दावा किया कि इन दोनों राज्यों में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है.
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